सिरोही. भारत के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने ब्रह्माकुमारी संस्थान की पूर्व मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी जानकी के नाम से डाक टिकट जारी किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि दादी जानकी का जीवन पूरे मानवता के लिए समर्पित था. उन्होंने समाज में नारी सशक्तिकरण, एकता, भाईचारा और मानवीय मूल्यों के लिए पूरा जीवन लगा दिया.
दादी जानकी पर डाक टिकट जारी, उपराष्ट्रपति ने कहा- दादी की आवाज पूरे विश्व ने सुनी है
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने सोमवार को ब्रह्माकुमारी दादी जानकी पर डाक टिकट जारी किया. नायडू ने कहा कि ब्रह्माकुमारी संस्थान ने समाज की कुरीतियों को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. यह संस्था केवल समाज में नहीं बल्कि प्रत्येक मन में शांति के लिए कार्य कर रही है.
नायडू ने कहा कि वे भारत की आध्यात्मिक शिक्षक थी. उनकी आवाज को पूरे विश्व ने सुना. इस कारोना काल में लोग मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य की समस्याओं से जूझ रहे हैं. ऐसे में ब्रह्माकुमारी संस्थान लोगों को मानसिक स्तर पर स्वस्थ रखने का प्रयास कर रही है.
कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने बटन दबाकर दादी जानकी का डाक टिकट जारी किया. साथ में केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने डाक टिकट का एलबम भेंटकर करते हुए पोस्टल डिपार्टमेंट के लिए सम्मान की बात कही. इस दौरान ब्रह्माकुमारी संस्थान के अतिरिक्त महासचिव बीके बृजमोहन, कार्यकारी सचिव बीके मृत्युंजय, जीवन प्रबंधन बीके शिवानी और दादी जानकी की निजी सचिव रही बीके हंसा मौजूद थी.
गौरतलब है कि ब्रह्माकुमारी संस्थान की पूर्व मुख्य प्रशासिका राजयेागिनी दादी जानकी का 27 मार्च 2020 को 104 वर्ष की उम्र में देहावसान हो गया था. उनकी प्रथम पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में भारत सरकार के पोस्टल विभाग ने यह डाक टिकट जारी किया. दादी जानकी का जीवन मानवता की सेवा में समर्पित था. उन्होंने ना केवल भारत बल्कि विश्व के 140 देशों में भारतीय संस्कृति और मूल्यों को प्रोत्साहित किया.