सिरोही. पुलिस की नाक के नीचे तस्करी के आरोपों की जांच के लिए जांच दल गुरुवार को सिरोही पहुंच गया है. इस जांच दल में डीआईजी विजिलेंस और डीआईजी एसओजी शामिल हैं. पुरे प्रकरण में सिरोही एसपी हिम्मत अभिलाष टाक सवालों के घेरे में हैं. जांच दल हर पहलू की सघन जांच करेगा.
सिरोही पुलिस पर शराब तस्करों से मिलीभगत के आरोपों की जांच करने पहुंची टीम - sirohi police collusion with smugglers
सिरोही पुलिस पर शराब तस्करों के साथ मिलीभगत के आरोपों की जांच करने दो अधिकारियों का जांच दल गुरुवार को सिरोही पहुंचा. जांच दल में विजिलेंस डीआईजी सत्येंद्र सिंह और एसओजी डीआईजी अमनदीप कपूर शामिल हैं.
सरूपगंज के भारजा भीमाणा क्षेत्र में हाईवे के निकट 30 मई को जिले के बाहर से आई एक्ससाइज विभाग की टीमों ने रेड की थी. वहां पर गुजरात में स्मगलिंग करने के लिए एकत्रित की गई करीब 1880 कार्टन हरियाणा निर्मित शराब मिली. इस गोरखधंधे के सिरोही पुलिस की देखरेख में चलने के आरोप लगे थे. मामले में एसपी पर भी कई सवाल खड़े किए गए. इस शराब तस्करी की जांच राज्य सरकार ने विजिलेंस डीआईजी सत्येंद्र सिंह और एसओजी डीआईजी अमनदीप कपूर को सौंपी गई है.
दोनों अधिकारी सर्किट हाउस में कुछ देर रुकने के बाद सिरोही पुलिस लाइन पहुंचे. जहां जांच की शुरुआत की गई. माना जा रहा है कि मामले में कई पुलिसकर्मियों के बयान हो सकते हैं. विभाग का ही कांस्टेबल भी एसपी पर तस्करों के साथ मिलीभगत का आरोप लगा चुका है. अब देखना होगा कि जांच में क्या निकल कर सामने आता है. जांच टीम आने के बाद सिरोही पुलिस महकमें में जबरदस्त हलचल देखने को मिली.