राजसमंद.प्रदेश में जारी सियासत के घमासान में कांग्रेस आपसी वर्चस्व की लड़ाई से जूझ रही है. मंगलवार को घटित हुए सियासी ड्रामे के बीच भाजपा लगातार गहलोत सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है.
वहीं पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री एवं विधायक किरण माहेश्वरी ने मंगलवार को घटित हुए कांग्रेस के आपसी टकराव के बाद कहा कि अशोक गहलोत बहुमत खो चुके हैं. उन्हें नैतिक आदर्शों का सम्मान करते हुए तुरंत त्यागपत्र दे देना चाहिए. सदन में विश्वास मत प्राप्त किए बिना मंत्री परिषद का विस्तार करना लोकतंत्र के प्रति अपराध है.
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किरण माहेश्वरी ने कहा कि कांग्रेस में प्रतिभा, परिश्रम और आत्मसम्मान का कोई स्थान नहीं है. इस पार्टी में राजवंश की चाटुकारिता ही आगे बढ़ने की एकमात्र सीढ़ी है. अपनी ही सरकार के उप मुख्यमंत्री और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को पुलिस द्वारा राजद्रोह एवं आपराधिक षड्यंत्र में शामिल करवाने का स्वतंत्र भारत के इतिहास में यह पहला उदाहरण है. सचिन पायलट को गिरफ्तार करने का षड्यंत्र रचा जा रहा था.
किरण माहेश्वरी ने कहा कि सचिन पायलट को तो पार्टी से जाना ही था. कांग्रेस में ऊर्जावान नेताओं को राजवंश के लिए खतरा माना जाता है और आत्मसम्मान को राजद्रोह कांग्रेस पार्टी पुरानी जमींदारी प्रथा का राजनीतिक संस्करण है.