पाली. पाली, अजमेर, ब्यावर, सिरोही, राजसमंद सहित कई शहरों में ज्वैलरी शोरूम से करोड़ों रुपए के जेवरात चुराने वाले अंतरराज्यीय नकबजन गिरोह ने पुलिस की पूछताछ में कई वारदातों के राज खोले है. उसके द्वारा दी गई कई जानकारियों ने पुलिस को भी चौंका दिया है.
नकबजन गिरोह का सरगना ने खोले राज, घर के फर्श में गाड़ रखा था चोरी का सोना चांदी गिरोह के मुख्य सरगना पंडित सिंह उर्फ राहुल बंजारा पुत्र बादल सिंह उर्फ धर्म सिंह जूनी निवासी परली, महाराष्ट्र हाल पाली के सर्वोदय नगर तथा उसके खास सहयोगी अर्जुन सिंह और अजय सिंह सिकलीगर पुत्र बच्चन सिंह सरदार, निवासी पांडेसरा सूरत गुजरात की निशानदेही पर पाली पुलिस की स्पेशल टीम ने 1 किलो सोना व 100 किलोग्राम चांदी के जेवरात बरामद किए हैं.
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पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने बताया कि आरोपियों ने रानी, बाली व ब्यावर से चुराए जेवरातओं को भादरलाउ में पंडित सिंह के मकान के चौक के जमीन में गाड़ वहां का फर्श तैयार कर दिया. सोजत रोड, शिवगंज, रानी समेत राजसमंद से चुराए जेवरात व आरोपी ने बेच दिए. जिसकी पूछताछ पुलिस कर रही है.
पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार शर्मा ने बताया कि राहुल बंजारा का असली नाम पंडित सिंह पुत्र धर्म सिंह जुनी बावरी है. वह फूले नगर, ग्राम परली, वैजनाथ जिला बीड़ महाराष्ट्र का रहने वाला है. पंडित सिंह महाराष्ट्र का कुख्यात पेशेवर एवं वांछित अपराधी है. उसके खिलाफ डकैती, लूट, चोरी, डकैती के दौरान हत्या का प्रयास, हिरासत से भागने के 2 दर्जन से अधिक आपराधिक प्रकरण दर्ज है.
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बता दें कि वह अपराध के बाद अपना हुलिया बदल लेता था. आरोपी पंडित सिंह ने सोमेश्वर के भादरलाउ गांव में अपना नाम राहुल बंजारा बताते हुए 2010 से रहना शुरू किया. जहां उसने राहुल बंजारा के नाम से फर्जी राशन कार्ड, मतदाता कार्ड, आधार कार्ड और भामाशाह कार्ड भी बनवा लिया. वह अपनी पहली पत्नी तथा 7 बच्चों के साथ रहने लगा. जिनके भी सभी दस्तावेज बनवा लिए. इसका सबसे बड़ा 24 वर्षीय पुत्र अर्जुन सिंह है, जो गिरोह में भी शामिल है जिसकी तालाश जारी है.