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नागौर: भाजपा में भीतरघात, मकराना से निर्दलीय सुमिता बनी प्रधान

मकराना पंचायत समिति के प्रधान का चुनाव दिलचस्प रहा. कांग्रेस यहां पुराना इतिहास दोहराने से चूक गई. वहीं भाजपा का स्पष्ट बहुमत होने के बाद भी भाजपा यहां पर अपना प्रधान नहीं बना पाई है. भाजपा की बागी उम्मीदवार पूर्व विधायक श्रीराम भींचर की पुत्रवधु सुमिता भींचर ने बाजी मार ली.

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मकराना पंचायत समिति

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Published : Dec 10, 2020, 10:35 PM IST

मकराना (नागौर).मकराना पंचायत समिति के प्रधान का चुनाव दिलचस्प रहा. कांग्रेस यहां पुराना इतिहास दोहराने से चुक गई. वहीं भाजपा का स्पष्ट बहुमत होने के बाद भी भाजपा यहां पर अपना प्रधान नहीं बना पाई है. भाजपा की बागी उम्मीदवार पूर्व विधायक श्रीराम भींचर की पुत्रवधु सुमिता भींचर ने बाजी मार ली.

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कांग्रेस की उम्मीदवार मुन्नी देवी को चुनावों में 10 वोट, निर्दलीय उम्मीदवार सुमिता भींचर को भी 10 तथा भाजपा की दामु देवी को 5 वोट मिले. जिसके बाद लॉटरी से प्रधान का चुनाव किया गया. लॉटरी में सुमिता भींचर हाथ प्रधानी लगी. भाजपा के पास स्पष्ट बहुमत था लेकिन भीतरघात के चलते भाजपा उम्मीदवार को हार का मुंह देखना पड़ा.

गुरुवार को सुबह निर्वाचन अधिकारी सैय्यद शीराज अली जैदी के समक्ष नामकांन पत्र भरे जाने के दौरान भाजपा से दामु देवी, कांग्रेस से मुन्नी देवी और भाजपा की बागी सुमिता निर्दलीय ही चुनाव मैदान में थी. नामांकन पत्र वापिस लेने का समय समाप्त होने से पूर्व सुमिता की ओर से भाजपा के सिंबल को लेकर भरे गए एक अतिरिक्त नामाकंन पत्र को खारिज कर दिया गया. जिसकी वजह से सुमिता का निर्दलीय रूप से प्रधान के चुनाव में डटे रहने से यह चुनाव काफी दिलचस्प मोड पर पहुंच गया.

भाजपा की आपसी लड़ाई में कांग्रेस ने मारी बाजी

फतेहपुर पंचायत समिति में प्रधान पद पर कांग्रेस ने एक बार फिर बाजी मार ली है. कांग्रेस की शांति देवी ने 9 वोट से जीत दर्ज की है. दो गुटों में बंटी भाजपा अपने वोट भी नहीं बचा सकी. भाजपा के सिंबल पर जीते दो सदस्य भी विधायक हाकम अली के साथ आ गए. रिटर्निंग अधिकारी डॉ. प्रतिभा ने शांति देवी को जीत का प्रमाण पत्र सौंपा. फतेहपुर पंचायत समिति में कुल 27 सीटें हैं. इनमें से 10 पर कांग्रेस, 11 पर भाजपा व 6 पर निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की थी. भाजपा को एक सीट ज्यादा मिली थी.

प्रधान पद के लिए हुए मतदान के बाद परिणाम में भाजपा को सिर्फ 9 ही वोट मिले. वहीं प्रधान के लिए निर्दलीय चुनाव लड़ रही सुमित्रा को एक भी वोट नहीं मिला.

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