लाडनूं (नागौर). जिले के लाडनूं के राजकीय चिकित्सालय में गुरुवार को 12वीं कक्षा की एक अविवाहित छात्रा ने बच्ची को जन्म दिया है. अस्पताल प्रबंधक ने लड़की के परिजनों पर लड़की और बच्चे की देखभाल ना करने का आरोप लगाते हुए, नागौर जिला कलक्टर दिनेश कुमार यादव, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष कुन्दन सिह और जेएलएन अस्पताल के पीएमओ को बुलाकर जच्चा बच्चा के स्वास्थ्य और कानूनी पहलू के बारे में चर्चा की.
मामले पर छात्रा के पिता से मिली जानकारी अनुसार ये बालिका उनकी सबसे बड़ी संतान है. वो मजदूरी का काम करके अपने परिवार का निर्वहन करते हैं जबकि माता गृहणी हैं. बालिका के पिता को तीन महीने पहले ही कुछ शक हुआ था, लेकिन उसकी माता द्वारा के दवाई दिए जाने की बात कहने पर इसे नजरअंदाज कर दिया.
गुरुवार सुबह बालिका के पिता अपनी मजदूरी पर चले गए थे. कुछ देर बाद उन्हें बच्ची की तबीयत ज्यादा खराब होने की खबर मिली. जिसके बाद वो उसे गांव के अस्पताल दिखाने ले गए. जहां, चिकित्सकों ने बालिका को लाडनूं और सुजानगढ़ के बड़े अस्पताल में दिखाने की बात कही. परिजन बालिका को लेकर लाडनूं आए, जहां चिकित्सकों की सलाह पर सोनोग्राफी जांच कराई गई. सोनोग्राफी रिपोर्ट में जैसे ही बच्ची के पेट मे भ्रूण होने की खबर मिली तो परिजनों के होश उड़ गए.