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हाड़ौती की नदियां ऊफान पर, इटावा का जिला मुख्यालय से कटा संपर्क

हाड़ौती की नदियों में पानी की आवक लगातार जारी है. साथ ही चम्बल नदी की झरेर पुलिया पर चल रही है 8 फीट पानी की चादर चढ़ गई है. वहीं खातोली की पार्वती नदी की पुलिया पर बह रहा है 12 फीट पानी और काली सिंध नदी की पुलिया पर चल रहा है.

हाडौती की नदियां, चम्बल नदी,Parvati River of Khatoli, Former MLA Vidyashankar Nandwana

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Published : Sep 11, 2019, 1:31 PM IST

कोटा.इटावा उपखंड क्षेत्र से निकल रही चम्बल, काली सिंध और पार्वती नदियों में जोरदार पानी की आवक हुई है. जिसके चलते इन नदियों में ऊफान आ गया है और चारों और लोगों के आवागमन के रास्ते अवरुद्ध होते दिखाई दे रहे हैं.

हाडौती की नदियां ऊफान पर

खातोली की पार्वती नदी की पुलिया पर उफान आने से स्टेट हाइवे 70 कोटा श्योपुर मार्ग 55 घंटों से अवरुद्ध हो रहा है. वहीं राजस्थान का मध्य प्रदेश से संपर्क कटा हुआ है. वहीं पार्वती नदी की पुलिया पर करीब 12 फीट पानी की चादर चल रही है और ढिपरी की काली सिंध नदी में भी जोरदार पानी की आवक हुई है. जिसके चलते नदी की पुलिया पर करीब 4 फीट पानी की चादर चल रही है.

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इस कारण पिछले 40 घंटों से इटावा का कोटा जिला मुख्यालय से संपर्क कटा हुआ है. साथ ही चम्बल नदी में भी उफान आया हुआ है, जिसके कारण यहां चम्बल नदी की झरेर पुलिया पर 8 फीट और मंडावरा की रोटेदा पुलिया पर करीब 5 फीट पानी की चादर चल रही है. इसके चलते स्टेट हाइवे 37A बारां-दूदू मार्ग अवरुद्ध बना हुआ है. हाड़ौती की इन नदियों में ऊफान आने के बाद लोगों को सवा अरब के पुल की कीमत समझ में आ रही है और लोग पूर्व विधायक विद्याशंकर नंदवाना की तारीफ करते हुए नजर आ रहे हैं. बता दें कि गत सरकार की ओर से सवा अरब की लागत से गैंता-माखिदा पुलिया का निर्माण कराया गया था. जो राजस्थान का सबसे लंबा पुल है. उस पुल की कीमत लोगों को अब समझ आ रही है. जब सब रास्ते अवरुद्ध हो गए तो एकमात्र इस पुलिया से आवागमन जारी रहा, जिससे यह पुलिया लोगों के लिए मिल का पत्थर साबित हो रही है.

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