करौली.जिले में गुरुवार को कोविड-19 टीकाकरण के प्रति प्रेरित आमजन में जागरूकता लाने और टीकाकरण के बाद आवश्यक सावधानियां अपनाने की जागरूकता के लिए जागरूकता रथ को स्वास्थ्य भवन से रवाना किया गया. जागरूकता रथ में संदेशों के माध्यम से अपवाहों और भ्रामक प्रचारों का खंडन कर जिलेभर के आमजन को टीकाकरण करवाने के प्रेरित किया जाएगा. रथ को हरि झंडी सीएमएचओ डॉ. दिनेशचंद मीना, डिप्टी सीएमएचओ डॉ. सतीशचंद मीना एवं सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी धमेन्द्र मीना ने दिखाकर रवाना किया.
कोविड टीकाकरण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए जागरूकता रथ किया गया रवाना पढ़ें-कृषि भूमि पर संचालित हो रहे अधिकृत शराब के ठेके और नॉनवेज होटल को हटवाने की मांग, मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
सीएमएचओ डॉक्टर दिनेश चंद्र मीणा ने बताया कि राजस्थान सरकार की कोरोना प्रबंधन की तरह टीकाकरण में भी प्रदेश को मॉडल बनाने की मंशा को साकार करने के लिए सहयोगी कवायद में जागरूकता रथ का संचालन किया जा रहा है, जिससे आमजन की जब भी बारी आए तो बिना घबराएं, बिना झिझक के समय पर कोविड-19 से बचाव टीका लगवाने के लिए तैयार रहे.
उन्होनें बताया कि जागरूकता रथ जिले भर में चलाया जाएगा. करौली, हिंडौन, टोडाभीम के शहरी क्षेत्रों सहित ब्लाक मुख्यालयों पर आमजन को कोरोन टीका लगवाने और टीकाकरण के बाद आवश्यक सावधानियां बरतने के लिए जागरूक किया करेगा.
यह रहेगा जारूकता रथ रूट प्लान
डॉ. मीना ने बताया कि जागरूकता रथ स्वास्थ्य भवन परिसर शुरू होकर नवीन चिकित्सालय परिसर, रणगंवा ताल, शिकारगंज अन्य जगहों तक पहुंचकर जागरूकता का संदेश दिया जाएगा.
मदन मोहन जी मंदिर को खोलने की मांग
करौली में गुरुवार को क्षेत्र के प्रसिद्ध मदन मोहन जी मंदिर को संपूर्ण रूप से खोलने के लिए नगर परिक्रमा समिति की ओर से जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर पूर्व की भांति भक्तों को मंदिर की व्यवस्था को पुनः सुचारू करने की मांग की.
नगर परिक्रमा समिति के पदाधिकारियों ने जिला कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग को ज्ञापन सौपकर बताया कि कोरोना काल से ही शहर स्थित इलाके के प्रसिद्ध राधा मदनमोहनजी मन्दिर को दर्शनों के लिए बंद कर दिया था लेकिन जैसे ही प्रशासन की गाइडलाइन आई मन्दिर खुलते गए, लेकिन सालभर बाद जब राज्य सरकार ने गाइडलाइन जारी की प्रदेशभर के अनेकों मंदिर खोल दिए गए.
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यहां तक की खाटूश्यामजी, कैलादेवी मंदिर, बालाजी मंदिर और अन्य मंदिरों में आयोजित होने वाले मेले को भी अनुमति दें दी गईं है. लेकिन मदन मोहनजी मंदिर में अभी तक दर्शनों के लिए कई छोटे मंदिरों को आमजन के लिए नहीं खोला गया है. यहां तक की भक्तों को मंदिर में अर्धपरिक्रमा करनी पड़ती है. ऐसी ही अनेकों ऐसी व्यवस्था हैं जो पूर्ण रूप से पहले की तरह सुचारू की जाए.