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जोधपुरः महिला पुलिसकर्मी बेहतर तरीके से निभा सकेंगी फर्ज, शिशु केंद्र में हो रही बच्चों की खास देखभाल

जोधपुर के रातानाड़ा स्थित पुलिस लाइन में भी शिशु केंद्र बनाया गया है, जहां ड्यूटी पर जाने वाली महिलाएं निसंकोच होकर अपने बच्चों को शिशु केंद्र में छोड़कर आराम से ड्यूटी कर सकेगी. पुलिस लाइन में बने शिशु केंद्र में लगी महिला हेड कांस्टेबल पुखराज का कहना है, कि वे लोग अपने बच्चों की तरह महिला कांस्टेबलों के बच्चों की देखभाल करती है.

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Published : Mar 18, 2020, 4:29 PM IST

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शिशु केंद्र में बच्चों को छोड़कर कर अब आराम से ड्यूटी पर जा सकेगी महिला कांस्टेबल

जोधपुर.राजस्थान पुलिस में आप ने महिलाओं को ड्यूटी करते और कानून व्यवस्था संभालते हुए तो देखा होगा. महिलाएं भी वर्तमान समय में पुरुषों की तरह ही डटकर पुलिस विभाग में ड्यूटी करती हुई दिखाई देती है. महिलाओं को लेकर राजस्थान पुलिस मुख्यालय द्वारा सभी जिला स्तर पर शिशु केंद्र बनाने के निर्देश दिए गए थे.

शिशु केंद्र में बच्चों को छोड़कर कर अब आराम से ड्यूटी पर जा सकेगी महिला कांस्टेबल

इसी क्रम में जोधपुर के रातानाड़ा स्थित पुलिस लाइन में भी शिशु केंद्र बनाया गया है, जहां ड्यूटी पर जाने वाली महिलाएं निसंकोच होकर अपने बच्चों को शिशु केंद्र में छोड़कर आराम से ड्यूटी कर सकेगी. ड्यूटी पर जाने वाली महिलाएं पुलिस लाइन पर बने शिशु केंद्र में अपने बच्चों को छोड़कर ड्यूटी कर सके और बच्चों की अच्छी तरह से देखभाल हो जिसके लिए जोधपुर के शिशु केंद्र में एक महिला हेड कांस्टेबल और 2 महिला कांस्टेबल को लगाया गया है, जोकि शिशु केंद्र में आने वाले बच्चों का अपने बच्चों की तरह ख्याल रखती है.

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पुलिस लाइन में बने शिशु केंद्र में लगी महिला हेड कांस्टेबल पुखराज का कहना है, कि वे लोग अपने बच्चों की तरह महिला कांस्टेबलों के बच्चों की देखभाल करती है. यहां आने वाले सभी बच्चों की रजिस्टर में एंट्री की जाती है और उन्हें वापस अपने पेरेंट्स को ही सुपुर्द किया जाता है. जोधपुर के पुलिस लाइन पर बने शिशु केंद्र में बच्चों के लिए झूले, खिलौने टीवी, वाटर कूलर, बिस्तर इत्यादि की व्यवस्था की गई है. यहां आने वाले बच्चे एक अच्छे वातावरण में रहे, जिसके चलते यह सुविधाएं की गई है. महिलाओं की देखभाल करने वाली हेड कांस्टेबल ने बताया कि ड्यूटी पर जाने से पहले महिलाएं अपने बच्चों को यहां पर छोड़कर जाती है और उनके खाने-पीने का सामान भी देकर जाती है.

एंट्री करने के बाद किया जाता है परिजनों को सुपुर्द...

वहीं, शिशु केंद्र में लगी महिला कांस्टेबल द्वारा शिशु केंद्र में आने वाले सभी बच्चों की अच्छे से देखभाल की जाती है. बच्चों की देखभाल करने वाली महिला कांस्टेबल ने बताया, कि यहां आने वाले सभी बच्चों की सुरक्षा को लेकर भी काफी ध्यान रखा जाता है. शिशु केंद्र में जब बच्चा आता है तो उसकी एंट्री की जाती है और वापसी के समय बच्चो को पुनः एंट्री करने के बाद उनके परिजनों को ही सुपुर्द किया जाता है.

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जोधपुर पुलिस लाइन के संचित निरीक्षक बंशीलाल शर्मा ने बताया कि पुलिस मुख्यालय के निर्देशन पर बने शिशु केंद्र में ड्यूटी पर जाने वाली महिलाएं अपने बच्चों को यहां छोड़कर जाती है और यहां उन्हें एक अच्छे वातावरण देने के लिए एक हेड कांस्टेबल और 2 महिला कांस्टेबल को नियुक्त किया गया है. जो कि बच्चों की अच्छे से देखभाल करती है.

बंसी लाल शर्मा ने बताया, कि राजस्थान पुलिस जोधपुर में कार्य नहीं ऐसी महिलाएं जो एकल जोधपुर में रहती है. वह महिलाएं ज्यादातर अपने बच्चों को शिशु केंद्र में छोड़कर अपने ड्यूटी करती है और ड्यूटी समाप्त होने पर वह पुनः अपने बच्चों को ले जाती है. देखा जाए तो राजस्थान पुलिस मुख्यालय द्वारा महिला कांस्टेबल के बच्चों के लिए बनाए गए शिशु केंद्र कहीं ना कहीं ड्यूटी कर रही महिला कांस्टेबल के लिए काफी लाभदायक है, क्योंकि वे अब निसंकोच होकर अपनी डयूटी कर सकेगी.

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