जोधपुर.विधानसभा चुनाव को लेकर प्रदेश भर के सभी मौजूदा विधायक अपने अपने क्षेत्र में सक्रिय हैं. इनमें जोधपुर के ओसियां से विधायक दिव्या मदेरणा भी शामिल है. दिव्या मदेरणा पिछले लंबे समय से अपने क्षेत्र में हर दिन दौरे कर रही हैं. इन दौरों में वह जनता के सामने अपने कामों का लेखा जोखा भी रख रही हैं. मंझे हुए राजनेता की तरह यह भी कह रही है कि मेरे काम के तो सौ में एक सौ एक नंबर देने पड़ेंगे, क्योंकि मैने जो वादे किए वो पूरे किए हैं. इसलिए अब आपको भी पूरा समर्थन देना पड़ेगा. आप मुझे ऐसे ही वोट देते रहे मैं ढाणी ढाणी पानी की टंकिया बना दूंगी. दिव्या ने मारवाड़ी में कही कि अब मैने वैध की तरह नब्ज (नस) देखना भी सीख लिया है, अब मुझे देखने से पता चल जाता है कि किसके पेट में दर्द या नहीं. कहां क्या चल रहा है? इशारा उन लोगों की तरफ था जो आगे साथ देंगे या नहीं?
पहली बार बनी है विधायक : विधायक दिव्या मदेरणा अपने परिवार की तीसरी पीढी के रूप में राजनीतिक विरासत संभाल रही है. उनके दादा स्व. परसराम मदरेणा व स्व. महिपाल मदेरणा राजस्थान सरकार में मंत्री रहे हैं. गत चुनाव 2013 में दिव्या की मां लीला मदेरणा को टिकट मिला था, लेकिन वह हार गईं थी. साल 2018 में कांग्रेस ने दिव्या मदेरणा को टिकट दिया और दिव्या मदेरणा ने धमाकेदार जीत दर्ज की थी. अब चुनाव आ रहे हैं तो वह जनता के बीच जाकर अपने काम गिनवा रही हैं.