राजस्थान

rajasthan

भोपालगढ़ में टिड्डी दल का हमला, किसानों की फसलें चौपट

By

Published : Jul 14, 2020, 2:48 PM IST

जोधपुर के भोपालगढ़ में सोमवार शाम और मंगलवार सुबह को टिड्डियों ने फसलों पर हमला कर दिया. जिसके बाद किसान थाली लेकर खेतों में टिड्डियों को भगाते नजर आए. एक माह से टिड्डियों ने भोपालगढ़ उपखण्ड में हमला कर रखा है. इसके साथ ही टिड्डियां क्षेत्र में लगातार देखी जा रही है.

jodhpur news,  rajasthan news,  etvbharat news,  rajasthan hindi news,  टिड्डी दल का हमला, भोपालगढ़ में पौधा रोपण,  Locust attack in Bhopalgarh,  भोपालगढ़ में टिड्डी दल
टिड्डी दल का हमला

भोपालगढ़ (जोधपुर).जिले के भोपालगढ़ में सोमवार शाम और मंगलवार सुबह को टिड्डियों ने खेतों पर हमला कर दिया. टिड्डी दल भोपालगढ़ उपखंड क्षेत्र के गांव कुड़ी, बागोरिया, धोरू, अरटिया कला, सोफड़ा, उस्तरा,नाड्सर, रजलानी, सारणों की ढाणी, शोभा मंगरी होते हुए आसपास के गांवों की ओर निकल गया. काफी संख्या में टिड्डियों को देखकर ग्रामीण थाली और पटाखे लेकर खेतों की तरफ दौड़े. ग्रामीणों ने शोर करके टिड्डियों को भगाने का प्रयास किया.

टिड्डियों ने किया फसलों पर हमला

गौरतलब है कि पाकिस्तान से आने पर पश्चिमी राजस्थान के भोपालगढ़ में पिछले एक माह से ज्यादा समय होने के बाद भी लगातार टिड्डी दल गांवों में किसानों की फसलों को चौपट करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है, लेकिन अभी तक प्रशासन द्वारा माकूल व्यवस्था नहीं होने से हर रोज टिड्डी दल का हमला देखने को मिल रहा है. वहीं, किसानों ने सरकार से समय पर टिड्डियों के दल को खत्म करने के लिए विशेष इंतजाम करवाने और टिड्डियों द्वारा फसल चौपट करने पर सरकार से मुआवजा राशि दिलवाने की मांग की है.

पढ़ेंःजोधपुर में पुलिस और हथियार तस्कर के बीच फायरिंग, बदमाश प्रेमाराम को लगी 2 गोली

इस दौरान भोपालगढ़ तहसील क्षेत्र के सभी गांवों में खरीफ की दो तीन बार बुवाई कर दी गई, लेकिन लगातार टिड्डी दलों द्वारा इन फसलों को चौपट करने से किसानों के सभी अरमानों पर पानी फिर गए हैं. भोपालगढ़ क्षेत्र के किसानों की सभी मेहनत इन दिनों टिड्डी दलों के आगे बर्बाद होती हुई नजर आने लगी है.

पौधारोपण किया गया

टिड्डी दल दो प्रकार का होता है...

गुलाबी और पीले रंग का, पीले रंग की टिड्डियां अंडे देने में सक्षम होती हैं. पड़ाव डालने के बाद पीले रंग की टिड्डियां अंडे देना शुरू कर देती हैं और इसके लिए वो एक जगह 3 से 4 दिन तक पड़ाव डाले रखती हैं. ऐसी स्थिति में कीटनाशक का छिड़काव करके टिड्डियों के प्रजनन को रोका जा सकता है.

पढ़ेंःजोधपुर की वो गौशाला जहां गोबर से बनती हैं लकड़ियां, अब अंतिम संस्कार में भी आएंगी काम

वहीं, गुलाबी रंग की टिड्डी एक जगह ज्यादा देर नहीं ठहरती हैं. गुलाबी रंग की टिड्डियों के नियंत्रण के लिए ज्यादा तत्परता दिखाने की जरूरत होती है. टिड्डी दल दिन में झुंड में उड़ते हैं. शाम होने पर टिड्डियां पेड़ों पर और फसल के पत्तों पर बैठ जाती हैं. रात भर ठहरने के बाद टिड्डियां सुबह में उड़ जाती हैं.

भोपालगढ़ में किया गया पौधा रोपण...

जोधपुर के राजस्थान शिक्षक संघ राधाकृष्णन के पदाधिकारियों ने मंगलवार को पौधा रोपण किया. भोपालगढ़ विधानसभा क्षेत्र के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय जाजीवाल गेहलोता में 101 नीम, शीशम, खारी बादाम आदि अनेक प्रकार के पौधे और गिलोय का रोपण किया गया. इस दौरान हर व्यक्ति ने पर्यावरण सरंक्षण को लेकर क्षेत्र में अपनी और से एक पेड़ लगाने और उनका रख-रखाव करना का संकल्प भी लिया.

पढ़ेंःजोधपुर में कोरोना का कहर जारी, 105 नए मामले, 4 संक्रमितों की मौत

गांव के भामाशाह भल्लाराम फक ने 11 ट्री गार्ड बना कर विद्यालय को भेंट किया. जिससे पौधों की सुरक्षा हो सके. विद्यालय के व्याख्याता जेठाराम जाखड़ ने संघ के पदाधिकारियों, भामाशाहों, ग्रामीणों का आभार प्रकट किया और विश्वास दिलाया कि जो गिलोय और पौधों का रोपण किया गया हैं, उनका हमेशा देखभाल किया जायेगा.

ABOUT THE AUTHOR

...view details