भोपालगढ़ (जोधपुर).जिले के भोपालगढ़ में सोमवार शाम और मंगलवार सुबह को टिड्डियों ने खेतों पर हमला कर दिया. टिड्डी दल भोपालगढ़ उपखंड क्षेत्र के गांव कुड़ी, बागोरिया, धोरू, अरटिया कला, सोफड़ा, उस्तरा,नाड्सर, रजलानी, सारणों की ढाणी, शोभा मंगरी होते हुए आसपास के गांवों की ओर निकल गया. काफी संख्या में टिड्डियों को देखकर ग्रामीण थाली और पटाखे लेकर खेतों की तरफ दौड़े. ग्रामीणों ने शोर करके टिड्डियों को भगाने का प्रयास किया.
गौरतलब है कि पाकिस्तान से आने पर पश्चिमी राजस्थान के भोपालगढ़ में पिछले एक माह से ज्यादा समय होने के बाद भी लगातार टिड्डी दल गांवों में किसानों की फसलों को चौपट करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है, लेकिन अभी तक प्रशासन द्वारा माकूल व्यवस्था नहीं होने से हर रोज टिड्डी दल का हमला देखने को मिल रहा है. वहीं, किसानों ने सरकार से समय पर टिड्डियों के दल को खत्म करने के लिए विशेष इंतजाम करवाने और टिड्डियों द्वारा फसल चौपट करने पर सरकार से मुआवजा राशि दिलवाने की मांग की है.
पढ़ेंःजोधपुर में पुलिस और हथियार तस्कर के बीच फायरिंग, बदमाश प्रेमाराम को लगी 2 गोली
इस दौरान भोपालगढ़ तहसील क्षेत्र के सभी गांवों में खरीफ की दो तीन बार बुवाई कर दी गई, लेकिन लगातार टिड्डी दलों द्वारा इन फसलों को चौपट करने से किसानों के सभी अरमानों पर पानी फिर गए हैं. भोपालगढ़ क्षेत्र के किसानों की सभी मेहनत इन दिनों टिड्डी दलों के आगे बर्बाद होती हुई नजर आने लगी है.
टिड्डी दल दो प्रकार का होता है...
गुलाबी और पीले रंग का, पीले रंग की टिड्डियां अंडे देने में सक्षम होती हैं. पड़ाव डालने के बाद पीले रंग की टिड्डियां अंडे देना शुरू कर देती हैं और इसके लिए वो एक जगह 3 से 4 दिन तक पड़ाव डाले रखती हैं. ऐसी स्थिति में कीटनाशक का छिड़काव करके टिड्डियों के प्रजनन को रोका जा सकता है.