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फलौदी में हुई लूट का खुलासा, पुलिस की गिरफ्त में डकैतों की गैंग..

जोधपुर के फलौदी थाना क्षेत्र में गत 15 मार्च को हुई लूट की घटना का पुलिस ने खुलासा कर दिया (Jodhpur Police busted dacoit gang) है. गिरफ्तार 6 डकैतों से 3 हथियारों के साथ 31 कारतूस, घटना में प्रयुक्त लग्जरी कार, नकली भारतीय मुद्रा, कई इलेक्ट्रोनिक उपकरण और फर्जी नम्बर प्लेट्स बरामद की है.

Jodhpur Police busted dacoit gang
फलौदी में हुई लूट का खुलासा, पुलिस की गिरफ्त में डकैतों की गैंग

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Published : Mar 21, 2022, 8:17 PM IST

जोधपुर. जिले के फलौदी थाना क्षेत्र में 15 मार्च को हुई लूट की घटना का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस की टीम ने इस मामले में डकैतों की पूरी गैंग को पकड़ने में सफलता हासिल की (Dacoit gang arrested in Jodhpur) है. गिरफ्तार 6 डकैतों से 3 हथियारों के साथ 31 कारतूस, घटना में प्रयुक्त लग्जरी कार, नकली भारतीय मुद्रा, कई इलेक्ट्रोनिक उपकरण, फर्जी नम्बर प्लेट्स बरामद की है.

ग्रामीण पुलिस अधीक्षक अनिल कयाल ने बताया कि फलोदी थाना क्षेत्र के बैंगटी कला में सच्चियाय मां कोटेक्स फैक्ट्री में डकैतों ने हमला कर रुपए लूटने का प्लान बनाया था. लेकिन वहां पर जुगलकिशोर पर बंदूक तानकर रुपए मांगे. उसके पुत्र अशोक कुमार के गले में पहनी सोने की चैन तोड़ ली. साथ ही उससे मारपीट कर तिजोरी की चाबी मांगी. इसको लेकर दो फायर किए गए. एक गोली अशोक कुमार के पांव में लगी. गोली की आवाज सुन दूसरे लोग आए, तो बदमाश कार में बैठककर भाग गए.

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घटना की जांच के लिए थाना फलोदी क्षेत्र व उसके आस-पास के क्षेत्रों के सभी रूट वाईज सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया गया. जांच में मुख्य भूमिका शैतान सिंह उर्फ जोखिम भरा बन्ना व भूपेंद्र सिंह एवं हनुमान सिंह का नाम आया. इसके अलावा इनके अन्य साथियों की जानकारी पुलिस को मिली. जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार किया. शैतानसिंह जोधपुर के टॉप टेन वांछितों में से एक है. उस पर दो हजार रुपए का इनाम घोषित है. इनसे पूछताछ के आधार पर नागौर जिले के बलबीर सिंह, मनीष वर्मा व गणपत जाट को गिरफ्तार किया.

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विदेशी नंबर से आपस में करते कॉल: इस गैंग के मुख्य सरगना हनुमान सिंह, शैतान सिंह व भूपेन्द्र सिंह द्वारा अवैध रूप से हथियारों की खरीद फरोख्त करते थे. विभिन्न ऐप से विदेशी नम्बरों से आपस में सर्म्पक करते थे. घटना को अंजाम देने से पहले रैकी करते थे. ऐप के माध्यम से लग्जरी वाहनों के नंबर पता करते और नकली नंबर प्लेट तैयार करते थे. फिर हथियारों से लैस होकर फायरिंग करते हुए घटना को अंजाम देते थे.

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