जोधपुर.केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत बुधवार को शेरगढ़ के भूंगरा गांव पहुंचे. यहां उन्होंने सिलेंडर ब्लास्ट घटनास्थल का दौरा किया. पीड़ित परिजनों से मिले. इस दौरान उन्होंने राजपूत विकास परिषद के कोष में 11 लाख की आर्थिक सहायता भी (Financial assistance to cylinder blast victims) दिलवाई. शेखावत भूंगरा के अलावा इस हादसे में मारे गए सभी 35 मृतकों के 25 परिवारों से भी मिले. पूरे दिन वह एक ढाणी गांव से दूसरे ढाणी गए और हर परिवार की स्थिति देखी. उन्होंने कहा कि हम सब को मिलकर प्रभावितों की मदद करनी चाहिए. इस समय में किसी तरह की राजनीति नहीं होनी चाहिए.
सहायता से साध रहे समाज को नेता: भूंगरा की त्रासदी के बाद वहां नेताओं की आवाजाही जारी है. दो दिनों में बड़े नेताओं ने वहां का दौरा किया है. पूर्व सीएम वसुंधरा राजे अपने समर्थकों के साथ भूंगरा गई, पायलट भी पहुंचे. आज जलशक्ति मंत्री शेखावत दौरे पर रहे. भूंगरा जोधपुर जिले की शेरगढ विधानसभा में आता है. राजपूत बाहुल्य क्षेत्र होने से सभी नेता समाज को साधने का जतन कर रहे हैं. इसकी वजह है आने वाले साल के विधानसभा चुनाव. वर्तमान में कांग्रेस की मीना कंवर के पति सरकार से हर स्तर पर सहायता दिलाने के लिए प्रयासरत हैं. पैकेज 20 लाख रुपए तक पहुंच गया है.
पढ़ें:जोधपुर सिलेंडर ब्लास्ट केस: मृतकों की संख्या हुई 32, पीएम ने की आर्थिक सहायता की घोषणा
राजे-शेखावत की प्रतिस्पर्धा: शेरगढ़ से भाजपा के पूर्व विधायक बाबूसिंह वसुंधरा समर्थक हैं. बाबूसिंह की गजेंद्र सिंह शेखावत से पटरी नहीं बैठती है. गत चुनाव में हार के बाद से अपनी खोई हुई जमीन तलाशने में जुटे हैं. भूंगरा की घटना के बाद वे सक्रिय हैं. उन्होंने इसे लेकर धरना दिया और रैली भी निकाली थी. लेकिन धरने पर शेखावत ने आर्थिक मदद के साथ संविदा पर नौकरी की घोषणा भारी पड़ गई. बाबूसिंह ने गजेंद्र सिंह की घोषणाओं के बाद पूर्व सीएम राजे का दौरा करवा दिया. लेकिन मंगलवार को राजे ने कोई बड़ी घोषणा नहीं की. सिर्फ पीड़ित परिवारों को गोद लेने की बात कही. अलबत्ता शेखावत बुधवार को 25 परिवारों तक पहुंचे हैं.
किसने क्या की घोषणा:
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत: 8 दिसंबर की घटना के अगले दिन ही दोपहर शेखावत जोधपुर पहुंचे और पीड़ितों से और डॉक्टर्स से मुलाकात की. एम्स के डॉक्टर्स की टीम भिजवाई. रात को फिर परिजनों के बीच जाकर बैठे. उन्हें ढांढ़स बंधाया. उन्हें आश्वस्त किया कि उनके लिए हर तरह की सहायता के लिए वे प्रयासरत हैं. पीएम फंड से सहायता के लिए भी प्रयास शुरू किया. अपनी तरफ से 51 लाख रुपए दिए. इसके अलावा समाज के अन्य लोगों को जोड़कर आर्थिक मदद करवाई. शेखावत की पहल पर प्रधानमंत्री केअर फंड से प्रत्येक मृतक को दो-दो लाख रुपए की घोषणा हुई. इसके अलावा उन्होंने पीड़ित परिवारों के सदस्यों को भारत सरकार के उपक्रम में संविदा पर नौकरी दिलाने की भी घोषणा की.
पढ़ें:जोधपुर गैस सिंलेडर ब्लास्ट: गजेन्द्र शेखावत पीड़ित परिवारों को देंगे 51लाख, लोग नाराज
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे: 20 दिसंबर को पूर्व सीएम भूंगरा गईं. जहां उन्होंने घटनास्थल का दौरा किया. वहां मौजूद लोगों के साथ पूरी जानकारी जुटाई. सभी पीड़ितों को गोद लेने का एलान किया. अपने समर्थकों की एक कमेटी बनाकर सर्वे करने का कहा. जिसके आधार पर आर्थिक मदद की जा सके. इसके अलावा परिवारों की भोजन व्यवस्था करने की घोषणा की. गांव का विकास करने के लिए भी आश्वासन दिया. लेकिन अपनी तरफ से किसी तरह की आर्थिक सहायता की घोषणा नहीं की. अस्पताल भी गईं.
सचिन पायलट: पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी 20 दिसंबर को भूंगरा का दोरा किया. पीड़ितों के परिजनों से मिले. मौके पर उन्होंने करण सिंह उचियारडा से मृतकों को 50-50 हजार रुपए की सहायता दिलवाई. 17 लाख 50 हजार रुपए के चैक परिजनों को सौंपे. उचियारडा भी विधानसभा चुनाव के लिए दावेदार हैं. पायलट ने सरकार की ओर से दिए गए पैकेज को कम बताया. इसमें बढोतरी की मांग की. अस्पताल जाकर भी मरीजों से मिले. पायलट के दौरे के दौरान ही राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री सहायता कोष से मृतकों को दी जाने वाली सहायता राशि 2 लाख से बढ़ाकर 5 लाख करने की घोषणा की.
पढ़ें:Sachin Pilot In Jodhpur: भूंगरा हादसे पर पायलट की डिमांड, बोले- राहत पैकेज बढ़ाए सरकार
गहलोत भी पहुंचे थे अस्पताल: घटना के दिन आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत जोधपुर में थे. वे तुंरत अस्पताल पहुंचे थे. अगले दिन खुद सीएम अशोक गहलोत जोधपुर आए. अस्पताल में परिजनों से मिले. उपचार के लिए एसएमएस जयपुर से टीम भेजी. मुख्यमंत्री सहायता कोष से 2-2 लाख की घोषणा की. साथ ही हर स्तर पर उपचार के लिए निर्देश दिए. परिवारों को आगे भी आर्थिक सहायता देने की बात कही. गैस ऐजेंसी एसोसिएशन से 2-2 लाख, चिंरजीवी योजना से 5-5 लाख, गैस कंपनी इंश्योरेंस से 6-6 लाख को पैकेज में जुड़वाया.