लूणी (जोधपुर). क्षेत्र में शनिवार को गायनी विभाग की ओर से दो दिवसीय राजस्थान स्टेट चैप्टर कॉन्फ्रेंस राज-एगोइकान 2020 का शुभारंभ हुआ. यह कार्यक्रम अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स में आयोजित हुआ.
एम्स में गायनो-ऑन्कोलॉजी पर कॉन्फ्रेंस आयोजित इस दौरान डॉ. प्रतिभा सिंह ने बताया, कि यह चैप्टर मई 2019 में गठित हुआ था. जिसकी अध्यक्ष डॉक्टर रानू पाटनी हैं. इस कॉन्फ्रेंस का उद्देश्य गायनी के डॉक्टरों को गायनी ऑन्कोलॉजी के विषय में बताना और महिला में होने वाले कैंसर के अर्ली डिटेक्शन मरीज को राहत देना है.
वहीं कांफ्रेंस के माध्यम से महिलाओं को यह भी बताया गया, कि बच्चेदानी के कैंसर को किस प्रकार छोटे-छोटे माध्यमों से डायग्नोसिस कर सकते हैं. डॉ. प्रतिभा सिंह ने बताया, कि कैंसर होने पर कैसी अवस्था में ऑपरेशन करना है. कितने हिस्से में करना है, कैसे सुरक्षित रखना है, इसकी विधि बताई गई.
पढ़ेंः बाड़मेर में अल्पसंख्यक युवक से बर्बरता मामले में पकड़ा दूसरा आरोपी, पुलिस ने नकारी ये बात
उन्होंने बताया, कि कैंसर बनने की पहली अवस्था में उसका इलाज कैसे किया जाता है, बच्चेदानी का कैंसर, बच्चेदानी मुंह का कैंसर, महिलाओं में होने वाला कैंसर सबसे कॉमन कैंसर है. अगर इस कैंसर को पहली अवस्था में प्री कैंसर में पता कर लेते हैं तो उसका इलाज बहुत ही आसानी से हो जाता है.
इस कार्यक्रम में कई सारे डेलिगेट्स भी पहुंचे थे. जिन्होंने कैंसर का इलाज कैसे किया जाता है, इसके बारे में जानकारी दी. साथ ही उन्होंने बताया, कि दो दिवसीय वर्कशॉप में बच्चेदानी, अंडे दानी, बच्चेदानी के मुंह में फैले हुए कैंसर का कैसे इलाज करना है. कैसे सबसे पहले पता करना है. इनका ऑपरेशन के बाद या इलाज के बाद क्या अवस्था रहती है. इसके बारे में वक्ताओं ने उद्बोधन दिया.
पढ़ेंः फर्जी तरीके से उठाया बेरोजगारी भत्ता, विभाग ने पकड़े 500 से ज्यादा मामले
इस कॉन्फ्रेंस में देशभर से 200 से ज्यादा डेलिगेट्स ने भाग लिया. इस अवसर पर गाइनोकोलॉजी ऑन्कोलॉजी विभाग प्रोफेसर डॉ. विजय आहूजा, डॉ. अमिता माहेश्वरी, डॉक्टर शालिनी राजाराम, डॉ. अजय श्रीवास्तव, डॉक्टर सरिता श्यामसुंदर, डॉ. विना आचार्य, डॉ. अनु पाटनी, डॉक्टर बिंदिया, डॉ. अंशु सहित देशभर से आए डेलिगेट्स ने भाग लिया.