जोधपुर. प्रदेश के चर्चित पूर्व आईपीएस पंकज चौधरी ने शनिवार को जोधपुर में मीडिया के सामने प्रदेश पुलिस में डीजी ट्रेनिंग आईपीएस राजीव दासोत के भ्रष्टाचार का खुलासा किया. साथ ही चौधरी ने बताया कि वह हर माह 1 आईपीएस और एक आईएएस के भ्रष्टाचार का खुलासा करेंगे. इस कड़ी में जोधपुर में एक आईपीएस के भ्रष्टाचार का खुलासा कर रहे हैं.
पंकज चौधरी ने यहां तक बता दिया कि वे आईएएस के भ्रष्टाचार का खुलासा 17 मार्च को बीकानेर में करेंगे. चौधरी ने बताया 1992 में जैसलमेर के एसपी दासोत रहे थे. उस समय मोहनगढ़ थाना पुलिस ने एसपी दासोत की अगुवाई में तस्कर रहीम को 300 सोने के बिस्किट के साथ पकड़ा था. लेकिन रेकॉर्ड में 250 बिस्किट बताये गए. 50 बिस्किट जिनका वजन करीब 6 किलो था गायब कर दिए.
यह खुलासा 1996 में जैसलमेर में सीआईडी (बॉर्डर इंटेलिजेंस) के एडिशनल एसपी रहे चंदनमल नवल ने जब तस्कर रहीम को पकड़ा तो उसने पूछताछ में बताया कि 1992 में एसपी दासोत और मोहनगढ़ थानेदार रामसिंह ने उसे 300 बिस्किट के साथ पकड़ा लेकिन 250 ही बताए. यह सारी पूछताछ रेकॉर्ड पर ली गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.
इस पूरे मामले की शिकायत चंदनमल ने 1996 में ही एक अर्ध शासकीय पत्र लिखकर महानिदेशक सीआईडी इंटेलीजेंस को दी थी. लेकिन उस पर कार्रवाई नहीं हुई. अलबत्ता चंदनमल नवल के ही प्रमोशन रोक दिए गए और उन्हें आईपीएस के पद पर पदोन्नति नहीं नहीं मिली. 2016 में चंदनमल नवल, पंकज चौधरी के संपर्क में आए तो चौधरी ने इस मामले को लेकर अधिकारियों को पत्र लिखें. पंकज चौधरी ने बताया कि इस मामले को लेकर वे डीजे मनोज भट्ट से भी मिले लेकिन कार्रवाई फिर भी नहीं हुई.