राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / state

300 चिकित्साकर्मियों को किया गया इधर से उधर, स्वास्थ्य विभाग ने जारी किए आदेश

झुंझुनू के मंडावा क्षेत्र में र्सिंग कर्मियों के तबादले की सच्चाई सामने आई है. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने इन कार्मिकों को तत्काल प्रभाव से उनके मूल नियुक्ति स्थान पर लगाने के आदेश दिए गए हैं.

By

Published : Aug 11, 2019, 5:29 PM IST

jhunjhunu news, झुंझुनू खबर

झुंझुनू.राज्य सरकार की ओर से तबादले किए बिना ही यदि एक जिले में 300 से अधिक चिकित्सा कर्मी इधर से उधर हों तो साफ जाहिर होता है कि कहीं ना कहीं गलत तरीके से प्रतिनियुक्ति व पद स्थापन हुए हैं. इसमें खाली सीटों पर जिला स्तर पर ही पद स्थापन कर दिए थे, जबकि राज्य मुख्यालय पर यह पद रिक्त दिखाई दे रहे थे.

झुंझुनू में 300 चिकित्साकर्मी होंगे इधर उध

दरअसल, राज्य सरकार की ओर से गत दिनों मंडावा विधानसभा में नर्सिंग कर्मियों के तबादले हुए तो यह सच्चाई सामने आई है. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह ने एक आदेश जारी किए हैं. जिसमें विभाग में कार्य व्यवस्था और प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत कार्मिकों को तत्काल प्रभाव से उनके मूल नियुक्ति स्थान पर लगाने के निर्देश दिए गए हैं. इस आदेश से जिले में करीब 300 कर्मचारियों को स्थानांतरण हो सकता है.

यह भी पढ़ें:ये बात दिल में चुभ गई, तभी सोचा कुछ करके दिखाना है...अध्यक्ष पद की तैयारी कर रहे दृष्टिबाधित छात्र का दर्द

देनी होगी अंडरटेकिंग
आदेश में कहा गया है कि राज्य सरकार के संज्ञान में आया है कि विभाग के कई कार्मिकों को मूल पदस्थापन स्थान से अन्यत्र प्रतिनियुक्ति की गई है. जिससे कुछ चिकित्सा संस्थानों में डॉक्टर व कर्मचारी स्वीकृत पदों के विरुद्ध अधिशेष रूप से अतिरिक्त कार्मिक कार्यरत हैं. वहीं कुछ स्थानों में कर्मचारियों की कमी बनी हुई है. जिससे चिकित्सा सेवाएं प्रभावित हो रही है.
ऐसे में सभी चिकित्सा संस्थान में स्वीकृत पदों के अतिरिक्त पदस्थापित चिकित्सक और कार्मिकों को उनके मूल पदस्थापना स्थान पर लगाने का निर्णय लिया गया है. विभाग ने कार्मिकों को रिलीव करने के बाद 15 अगस्त 19 तक पालना रिपोर्ट निदेशक को भिजवाने के आदेश दिए हैं. वहीं 31 अगस्त तक अंडरटेकिंग भी देनी होगी कि उनके अधीन कार्य व्यवस्था अर्थ प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत सभी कार्मिकों को मूल पदस्थापना स्थान के लिए कार्य मुक्त कर दिया गया है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details