नवलगढ़ (झुंझुनूं).जिल केनवलगढ़ उपखंड क्षेत्र में श्री सीमेंट प्लांट के लिए जमीन खरीदने को लेकर पिछले दिनों 10 लाख रुपए प्रति बीघा के भाव तय करने वाले समझौते से नवलगढ़ विधायक डॉ. राजकुमार शर्मा ने खुद को अलग कर लिया है. विधायक ने इस संबंध में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि मैंने किसानों के कहने पर इस मामले में मध्यस्थता की थी. सरकार और कंपनी के प्रतिनिधियों से बातचीत भी की थी. जिसके बाद श्री सीमेंट कंपनी से 10 लाख रुपए प्रति बीघा के भाव तय हुए जो कि अच्छा फैसला है.
भूमि अधिग्रहण मामले से विधायक ने खुद को किया अलग लेकिन अब कुछ लोग इस पर किसानों को गुमराह कर भ्रम फैला रहे हैं. साथ ही निजी रूप से गलत टिप्पणी कर रहे हैं. विधायक शर्मा ने कहा कि इन निजी टिप्पणियों से आहत होकर मैं समझौते से खुद को अलग कर रहा हूं. इसके बाद रीको, सीमेंट कंपनी और प्रशासन अपना निर्णय खुद लेने के लिए स्वतंत्र हैं. प्रेस वार्ता में विधायक शर्मा ने बताया कि जब इस कंपनी के यहां नवलगढ़ क्षेत्र में लगने के आदेश जारी हुए थे तो मैंने शुरूआत में ही कह दिया था कि किसानों की मर्जी के बगैर 1 इंच भी जमीन का अधिग्रहण नहीं करने दिया जाएगा.
जिसके बाद कुछ दिनों पहले ही कलेक्टर की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में किसानों ने यह तय किया था कि जमीन के अधिग्रहण संबंधी अंतिम फैसला विधायक ही लेंगे. उसके बाद किसानों ने उनसे मध्यस्थता करने को कहा. विधायक राजकुमार शर्मा ने कहा कि मैंने सभी पक्षों से बात कर जमीनों के भाव अधिक से अधिक देने की बात कही और यह राशि 10 लाख रुपए प्रति बीघा तय हुई.
उन्होंने कहा कि यह फैसला हो जाने के बाद अब कुछ लोग उन्हें राजनीतिक रूप से नीचा दिखाने के लिए षड्यंत्र रच रहे हैं और अपशब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं. इससे वह व्यक्तिगत रुप से काफी आहत हैं. विधायक डॉ. राजकुमार शर्मा ने कहा कि उनके खिलाफ किए जा रहे राजनीतिक षड्यंत्र से आहत होकर वह मध्यस्थ के तौर पर हुए समझौते से खुद को अलग कर रहे हैं. साथ ही कहा कि इस क्षेत्र में सीमेंट प्लांट लगेगा तो युवाओं को रोजगार मिलेगा. वहीं इस मौके पर जिला परिषद सदस्य दिनेश सुंडा, पंचायत समिति सदस्य करणवीर सिंह, लोकेश जांगिड़, संजय पाराशर, आकाश शर्मा, राकेश दीक्षित के साथ अन्य लोग मौजूद थे.
सीमेंट कंपनी बोली 4100 बीघा जमीन खरीद चुके हैं
प्रेस वार्ता में श्री सीमेंट कंपनी के वाणिज्यिक उपाध्यक्ष सुनील गुप्ता ने बताया कि माइंस क्षेत्र में 3400 बीघा और प्लांट क्षेत्र के लिए 700 बीघा जमीन खरीदी जा चुकी है. इस जमीन के लिए तमाम कोशिशों के बाद कंपनी की ओर से 8 लाख 35 हजार रूपए प्रति बीघा राशि तय की गई थी. लेकिन विधायक राजकुमार शर्मा के विशेष प्रयासों के बाद कंपनी की ओर से फैसला किया गया.
जिसके तहत 10 लाख प्रति बीघा के भाव तय किए गए. विधायक की मध्यस्थता के बाद जमीन वापस करने की प्रक्रिया के लिए 30 अक्टूबर तक का समय तय किया गया था. लेकिन अब विधायक द्वारा खुद को समझौते से अलग करने के बाद किसानों को अपनी जमीन 10 अक्टूबर तक ही सौंपनी होगी. हालांकि, इस दौरान जमीन देने वाले किसानों को विधायक की ओर से तय किए गए 10लाख रूपए प्रति बीघा के हिसाब से मुआवजा दिया जाएगा. साथ ही सीमेंट कंपनी अब सरकार से निवेदन करेगी कि प्लांट लगाने के लिए पूरा सहयोग करें. इस मौके पर वरिष्ठ महाप्रबंधक वीके शर्मा और महाप्रबंधक संजीव अरोड़ा के साथ अन्य लोग मौजूद थे.