झुंझुनू. शेखावाटी की सम मरुस्थलीय पट्टी में चिलचिलाती धूप व लू के कहर के बीच तापमान 45 डिग्री के आसपास चल रहा है. ऐसे में यह मौसम 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए बहुत भारी होता है. उनमें डिहाइड्रेशन और दस्त की शिकायत हो जाती है. रिकॉर्ड के अनुसार स्टेट में 5 वर्ष से कम उम्र के लगभग 12% बच्चों की मृत्यु दस्त की वजह से ही होती है. इसलिए चिकित्सा विभाग डायरिया की रोकथाम के लिए विशेष जन जागरण अभियान चला रहा है.
लू के थपेड़ों व 45 डिग्री तापमान के बीच आशा सहयोगिनी जाएंगी घर घर
कार्यक्रम की रुपरेखा
इस दौरान जिले में कार्यरत आशा सहयोगिनी प्रतिदिन 5 वर्ष तक के बच्चों वाले घरों में जाकर ओआरएस के पैकेट बाटेंगी. और ओआरएस बनाने की विधि भी बताई जाएगी. इसके अलावा घर में किसी के दस्त से ग्रसित पाए जाने पर जिंक टेबलेट की 14 दिन की खुराक देंगी. इसके साथ ही डायरिया, कुपोषण, स्तनपान और हाथों की स्वच्छता जैसे विषय पर सूचना व शिक्षा भी दी जाएगी.
जागरूकता का भी रहेगा प्रयास
सभी कार्यकर्ता आशा सहयोगिनी जागरूकता करने का प्रयास करेंगी. दस्त की रोकथाम के लिए साफ पानी पीना, समय-समय पर हाथों को साफ पानी व साबुन से धोना, स्वच्छता, टीकाकरण व उचित पोषण जरूरी है. दस्त हो जाने पर ओआरएस और जिंक की गोली के साथ साथ पर्याप्त पोषण देकर इससे होने वाली मौत को रोका जा सकता है.