झुंझुनू.झुंझुनू नगर परिषद के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का रणनीतिक दांव उल्टा पड़ गया. जहां भारतीय जनता पार्टी निर्दलीयों और कांग्रेसी पार्षदों को तोड़ने के लिए रणनीति तैयार की थी. लेकिन स्थिति ठीक उसके उलट हो गई कि अपने ही मतों को संभाल नहीं पाई.
झुंझुनू नगर परिषद चुनाव में भाजपा की रणनीति हुई फेल 60 सीटों वाली नगर परिषद में भाजपा अपने 10 पार्षदों को लेकर अध्यक्ष के मैदान में उतरी थी. भाजपा ने निर्दलीयों और कांग्रेस के पार्षदों को तोड़ने के लिए निर्दलीय पार्षद बतुला बानो को उम्मीदवार बनाया, ताकि अन्य निर्दलीय पार्षदों और कुरैशी समाज के 9 कांग्रेस पार्षदों को अपनी ओर खींच सकें.
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लेकिन भाजपा की ये रणनीति फेल हो गई. निर्दलीयों द्वारा भाजपा का समर्थन करना तो दूर की बात है. इस रणनीति से भाजपा अपने ही पार्षदों के मतों को संभाल नहीं पाई. भाजपा की उम्मीदवार को कुल 6 मत मिले. यानी भाजपा के पांच उम्मीदवारों ने क्रॉस वोटिंग कर डाली. जिसके बाद भाजपा जिलाध्यक्ष ने अपने पार्षदों के प्रति नाराजगी जाहिर की है.
मां के साथ की है गद्दारी: भाजपा जिलाध्यक्ष
इस तरह के हालात होने के बाद भाजपा के जिलाध्यक्ष पवन मावंडिया भी काफी असहज दिखाई दिए. उन्होंने कहा कि जिसने भी इस तरह से गद्दारी की है, उसने पार्टी से नहीं अपनी मां से गद्दारी की है. पार्टी इन सभी लोगों का पता लगाएगी और इसके बाद उन पर कार्रवाई करेगी. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस ने इस तरह से वार्ड बांटे कि हिंदू वार्ड तो बड़े बनाए गए, जबकि मुस्लिमों के छोटे-छोटे वार्ड बनाए गए.