झालावाड़. जिला जेल प्रशासन ने बंदियों को उनके परिजनों से मिलवाने के लिए ई-मुलाकात की व्यवस्था करवाई है. जिसमें वीडियो कॉलिंग के माध्यम से जेल के बंदी अपने परिजनों से बात कर सकेंगे. वहीं इस व्यवस्था के तहत शनिवार को तीन बंदियों ने अपने परिजनों से बात की.
कैदियों ने ई-मुलाकात के जरिए की परिजनों से बात कोरोना वायरस के चलते घोषित किए गए लॉकडाउन में जिला सेंट्रल जेल प्रशासन ने बंदियों को उनके परिजनों से ई-मुलाकात करवाने की व्यवस्था की है. ई-मुलाकात की व्यवस्था से जेल के बंदी अपने परिजनों से वीडियो कॉलिंग के माध्यम से बात कर सकेंगे. दरअसल, लॉकडाउन में परिजनों को अपने बंदियों से मिलने में समस्या आ रही थी. ऐसे में झालावाड़ जेल प्रशासन ने डिजिटल तकनीक का सहारा लिया और ई-मुलाकात की व्यवस्था करवाई है. जिसके तहत शनिवार को तीन बंदियों ने अपने परिजनों से वीडियो कॉलिंग के माध्यम से बात की.
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वहीं झालावाड़ सेंट्रल जेल अधीक्षक राजपाल सिंह ने बताया कि लॉकडाउन के कारण बंदियों के परिजन जेल में उनसे मिलने के लिए नहीं पहुंच पा रहे थे. ऐसे में बंदियों को उनके परिजनों से बात करवाने के लिए ई-मुलाकात की व्यवस्था की गई है. जिसके तहत बंदी के परिजन पहले जेल प्रशासन की साइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन करवाते हैं. उसके बाद ई-मुलाकात का फॉर्म भरते हैं. जिसमें स्वयं के बारे में और जिस बंदी से मुलाकात करनी है, उस बंदी के बारे में जानकारी सबमिट करते हैं.
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उसके बाद जेल प्रशासन परिजनों की मेल आईडी पर बंदी से मिलने का समय, लिंक और उसका पासवर्ड भेजता है. उस लिंक पर क्लिक करने के बाद उसमें आईडी और पासवर्ड डालना होता है. जिसके बाद वीडियो कनेक्ट हो जाता है. उस पर बंदी को अपने परिजनों से 5 मिनट तक बात करने की सुविधा मिलती है.
जेल अधीक्षक ने बताया कि झालावाड़ जेल में ई-मुलाकात करने की व्यवस्था को लेकर जेल के बंदियों और उनके परिजनों ने भी खुशी जाहिर की है. उन्होंने बताया कि ये व्यवस्था आगे भी जारी रहेगी.