जालोर.जिले के चितलवाना थाना क्षेत्र में पिछले 7 सालों रह रहे पाकिस्तानी शरणार्थियों का सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें कुछ कांग्रेस नेताओं पर आरोप लगाया जा रहा है और कहा जा रहा है कि पुलिस को हथियार बनाकर शरणार्थियों को परेशान किया जा रहा है. हालांकि, ईटीवी भारत इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.
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सोशल मीडिया में वीडियो वायरल होने के बाद इस मामले की जानकारी वन मंत्री सुखराम बिश्नोई तक पहुंची. जिसके बाद उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों से बातचीत कर एक बार अस्थाई तौर पर शरणार्थियों को रुकवाया है. मंत्री सुखराम बिश्नोई ने बताया कि सांचौर विधानसभा क्षेत्र के चितलवाना गांव में पाकिस्तान से आए हुए भील समुदाय के लोगों को वहां से अन्यत्र शिफ्ट करने की खबर मिली थी. जिसके बाद तत्काल प्रशासन और पुलिस अधिकारियों से बात की गई.
उन्होंने बताया कि दिल्ली से खुफिया विभाग ने अलर्ट भेजकर शरणार्थियों के बारे में जानकारी मांगी थी. उन्होंने बताया कि प्रशासन की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान से विस्थापित इन परिवारों के पास जोधपुर का वीजा है और इन्होंने अपना निवास स्थान भी जोधपुर ही बता रखा है.
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