आहोर (जालोर). जिले के भाद्राजून थाना क्षेत्र अंतर्गत शंखवाली गांव में 13 वर्षीय स्कूली बालक की हत्या के प्रकरण में दूसरे दिन प्रशासन ने परिजनों से सहमति बनाकर शव परिजनों को सुपुर्द किया. जानकारी के अनुसार अज्ञात हत्यारों ने किशोर की हत्या की थी. वहीं पुलिस ने पोस्टमार्टम के दौरान शव को आहोर के राजकीय अस्पताल के मोर्चरी में रखवाया गया था, लेकिन परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया था.
वहीं शनिवार को आहोर उपखंड कार्यालय पर मीणा समाज व परिजनों ने मामले में आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर धरना दिया गया था. इस दौरान पुलिस ने परिजनों व समाज से समझाइश की. ऐसे में मीणा समाज ने पुलिस को मामला का खुलासा करने के लिए 7 दिन का अल्टीमेटम के साथ धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी है. पुलिस इस मामले को लेकर जांच में जुटी हुई है. धरनास्थल पर कांग्रेस नेता उमसिंह चांदराई ने आर्थिक मदद की. मीणा समाजबन्धु व आहोर से बसपा के प्रत्याशी रहे पंकज मीणा समेत समाजबंधु मौजूद रहे.
आहोर विधायक ने सदन में की चर्चा
शंखवाली हत्या प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए आहोर विधायक छगन सिंह राजपुरोहित ने विधानसभा सदन में बालक लक्ष्मण मीणा की हत्या को लेकर मामला उठाया. जिसमें बालक की हत्या को लेकर सदन में सरकार द्वारा अधिकारियों से पुख्ता जांच करवाने को कहा.
तालाब के निकट मिला था बालक का शव
शंखवाली निवासी कालूराम पुत्र धीराराम मीणा का पुत्र लक्ष्मण छठी कक्षा में पढ़ता था. गुरुवार को स्कूल गया था, शाम को वह घर नहीं लौटा तो उसकी तलाश की गई. पूरे गांव में तलाश करने पर भी उसका कहीं पता पता नहीं लगा था. शुक्रवार सुबह गांव के लोगों ने सूचना दी कि गांव में स्थित तालाब के निकट एक शव पड़ा था. बालक के शव को देखा उसका बेटा लक्ष्मण था. उसके बेटे के सिर पर व गले में चोट के निशान थे.