जालोर. जिले के सांचौर शहर के बीचों-बीच नगर पालिका की करोड़ों की जमीन को बिना किसी आवंटन के रसूखदारों ने नियमों के विपरीत फर्जी पट्टे जारी करवा कर हड़प ली. अब पूरे मामले का खुलासा होने के बाद नगर पालिका बोर्ड ने 7 सदस्यों की एक कमेटी गठित की है. जो इस मामले से जुड़ी पत्रावलियों की जांच कर रही है, लेकिन सबसे बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है कि नगर पालिका की करोड़ों की संपत्ति को कौड़ियों के भाव में बांट ली गई और किसी को कानों-कान भनक तक नहीं लगी.
पूरे मामले को लेकर अब वर्तमान पार्षद चंपालाल खत्री भी नगर पालिका की बैठक में यह मुद्दा उठा चुके है, लेकिन अभी तक नगर पालिका अतिक्रमियों के खिलाफ कोई कड़े कदम उठा नहीं पाई है और ना ही इस मामले में नगर पालिका प्रशासन ने स्वायत शासन विभाग की डीएलबी शाखा को अवगत करवाया है. ऐसे में नगर पालिका के अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं.
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जानकारी के अनुसार नगर सांचौर शहर के बीचों-बीच पंचायतीराज शासन के समय बीएसएनएल के टेलीफोन एक्सचेंज के लिए जमीन किराए पर दी थी. बाद में बीएसएनएल अपने नए भवन में शिफ्ट हो गया. उसके बाद पीछे खाली पड़ी जमीन पर कुछ अतिक्रमियों ने नजर गड़ाई और जमीन के आसपास में अपने ठेले खड़े किए. बाद में धीरे धीरे उस जमीन पर अतिक्रमण कर लिया. नगर पालिका के तत्कालीन नगर पालिका के कर्मचारियों से मिलीभगत करके 5 से ज्यादा फर्जी पट्टे जारी कर दिए.
10 दुकानों के लिए बनाया था प्लान
पुराने एक्सचेंज की जमीन पर 2012 की नगर पालिका बोर्ड की बैठक में 10 दुकानें बनाकर नीलाम करने का प्लान तैयार किया गया था, लेकिन 2013 में प्रशासन शहरों के संग अभियान में चुपके से जमीन के पट्टे दूसरे लोगों के नाम जारी कर दिए गए. जिसमें कुछ पट्टे तो दुकान लगाकर बैठने वालों के नाम जारी किए गए, लेकिन कुछ पट्टे फर्जीवाड़ा करके उन लोगों को दे दिए, जिनका इस जमीन के पास में कब्जा तक नहीं है.