जालोर बाड़मेर की सीमावर्ती गांवों को जोड़ने वाले गांधव बाखासर सड़क मार्ग पर भारतमाला परियोजना के तहत फोर लेन सड़क का निर्माण कार्य चल रहा है. जिसमें ठेकेदार ने लापरवाही बरतते हुए नर्मदा नहर परियोजना के तहत बिछाई गई पाइप लाइन को तोड़ दिया था. जिसके कारण उससे आगे 750 बीघा जमीन पर किसान खेती नहीं कर पा रहे हैं. वहीं पाइपलाइन तोड़ने वाले ठेकेदार और नर्मदा विभाग के अधिकारियों से संपर्क साधा गया, लेकिन दोनों विभागों के अधिकारियों ने पाइपलाइन ठीक करने की जिम्मेदारी एक-दूसरे पर डालकर इतिश्री कर ली. जिसके कारण अब किसान परेशान हो रहे हैं.
सड़क निर्माण ठेकेदार की बड़ी लापरवाही, 750 बीघा जमीन पर नहीं हो पा रही सिंचाई
भारतमाला परियोजना के सड़क मार्ग का निर्माण कार्य किसानों के लिए जी का जंजाल बन गया है. काम के दौरान ठेकेदार ने नर्मदा नहर परियोजना के तहत बिछाई गई पाइप लाइन तोड़ दी जिसके बाद अब 750 बीघा जमीन पर सिंचाई नहीं हो पाएगी. हैरानी की बात ये है कि ठेकेदार समेत अधिकारी भी इस पाइपलाइन को ठीक कराने से भी इनकार कर रहे हैं.
किसानों का आरोप है कि सड़क निर्माण का काम करने वाली कंपनी जीएचवी ने आगे कॉन्ट्रेक्ट दे रखा है जिसने कार्य करते हुए पाइप लाइन तोड़ दी थी. जिसके कारण अब आगे के खेतों में पानी नहीं जा पा रहा है. किसानों ने बताया कि पाइप लाइन तोड़ने के अलावा काम करने वाले ठेकेदार ने सड़क मार्ग के आसपास निकलने वाले छोटे मार्गों को भी बंद कर दिया है जिसके कारण आवागमन में भी लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
किसानों का कहना है कि नहर के पानी के लिए हमने हजारों रुपये का डिमांड भरा है अब पाइप लाइन तोड़ दी है जिसको कोई भी अधिकारी ठीक नहीं करवा रहे हैं. जिसके कारण अब पानी नहीं आ पाएगा. वहीं हजारों रुपये का भरा डिमांड भी बेकार जाएगा.