जैसलमेर.जिले के नहरी किसानों के अरमान एक बार फिर से धूल होते नजर आ रहे हैं. पिछले साल टिड्डी की आफत आई थी जिससे किसानों की फसलें चौपट हो गई थी लेकिन किसानों को क्या पता था कि इस बार जमीनी आफत आएगी.
किसानों ने इस बार पिछले साल से अधिक रबी की फसल की बिजाई इस भरोसे पर की क्योंकि नहर विभाग ने किसानों को सात बार पानी देने का वादा किया था. लेकिन किसानों को उनके हक का पूरा पानी नहीं मिलने के कारण इस बार फिर से उनकी फसल चौपट हो चुकी है.
नहर विभाग की लापरवाही के कारण किसानों की फसलें बर्बाद इसको लेकर किसान परेशान नजर आ रहा है. किसानों को पिछले साल नहर विभाग ने 5 बार पानी की देने की बात कही थी जिसके चलते किसानों ने अपने खेतों में बिजाई कम की थी लेकिन इस बार फसल की बिजाई से पहले किसानों को नहर विभाग ने 7 बार पानी देने का वादा किया था. ऐसे में किसानों के चेहरे खिले उन्हें क्या मालूम था कि ये खुशी एक दिन गम में तब्दील हो जाएगी.
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किसान नेता साभान खान ने बताया कि किसानों को पूरा पानी नहीं मिलने के कारण किसानों की फसल 80 से 90 प्रतिशत तक खराब हो चुकी है. किसान अब सरकार से मांग कर रहे है कि उन्हें फसल खराबे का उचित मुआवजा दिलाया जाए.