जयपुर. दरअसल, सांसी समाज में अभी भी कुकड़ी प्रथा पर प्रतिबंध नहीं लगा है. ऐसे में राजस्थान के कई गांवों में आज भी महिलाएं कुकड़ी प्रथा, बारात में महिलाओं पर रोक जैसी कई कुरीतियां से प्रताड़ित है. इन्हीं सब कुरीतियों और समाज के उत्थान के लिए समाज ने बैठक बुलाई और 21 सूत्री मांगों का ज्ञापन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को सौंपा.
कुकड़ी जैसी कई प्रथाओं पर रोक के लिए सांसी समाज की महिलाओं ने लगाई प्रशासन से गुहार - जयपुर
आमतौर पर समाज में व्याप्त कई कुप्रथाओं पर सरकार के प्रयासों से रोक का सिलसिला जारी है. कई प्रथाओं पर काफी हद तक रोक भी लगा दी गई है, लेकिन आज भी ऐसे कई समाज है जो कुप्रथाओं की बेड़ियों में बंधे हुए है. राजधानी के ताजा मामले के अनुसार सांसी समाज की महिलाओं ने कुकड़ी जैसी प्रथाओं पर रोक के लिए प्रशासन से गुहार लगाई हैं.
महिलाओं ने अपनी पीड़ा बताते हुए न्याय की गुहार लगाई है कि समाज में कुकड़ी प्रथा को बंद किया जाए क्योंकि इससे कई महिलाएं पीड़ित है. साथ ही पंच पटेलों की ओर से महिलाओं को बारात में ले जाने से रोका जाता है. समाज मे ऐसे कई पंच पटेल है जो महिलाओं को प्रताड़ित करते है. इन सभी मांगों को लेकर सरकार को सख्त कदम उठाने चाहिए और महिलाओं को न्याय मिलना चाहिए.
राजस्थान सांसी समाज के प्रदेशाध्यक्ष सवाई सिंह बालावत का कहना है कि कुकड़ी प्रथा और महिलाओं को बारात में नहीं ले जाने का मुद्दा पिछले एक साल से चल रहा है. इन मुद्दों को राज्य महिला आयोग में भी रखा गया था और आयोग में मुद्दों पर प्रसंज्ञान लेते हुए पंच पटेलों को भी बुलाया गया था लेकिन फिर भी पंच पटेल आयोग के वादों का उल्लघंन करते हुए महिलाओं को प्रताड़ित करते है.