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Sawan Somvar : प्राचीन रामेश्वर जी मंदिर में सहस्त्रधारा रुद्राभिषेक, ताड़केश्वर जी में महादेव को नारियल बंगले में कराया विराजमान

सावन के पहले सोमवार को आमेर स्थित प्राचीन रामेश्वर जी मंदिर में सहस्त्रधारा रुद्राभिषेक किया गया. यहां रुद्री पाठ के साथ विधि-विधान के साथ भगवान आशुतोष का रुद्राभिषेक कराया गया.

Sawan Somvar
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Published : Jul 10, 2023, 10:49 PM IST

जयपुर.सावन के पहले सोमवार को राजधानी के शिव मंदिरों में बोल बम-ताड़क बम के जयकारों के साथ भगवान का जलाभिषेक करने के लिए लोगों की लंबी कतारें लगी. छोटी काशी के प्रमुख शिव मंदिर ताड़केश्वर महादेव में भगवान का जलाभिषेक और पूजा-अर्चना कर नारियल बंगले में विराजमान कराया गया. वहीं, देवस्थान विभाग की ओर से आमेर स्थित प्राचीन रामेश्वर जी मंदिर में सहस्त्रधारा रुद्राभिषेक किया गया. यहां रुद्री पाठ के साथ विधि-विधान के साथ भगवान आशुतोष का रुद्राभिषेक कराया गया.

प्रतापेश्वर मंदिर में भी आयोजन : सावन के महीने में आदिनाथ महादेव को जल अर्पित करने का महत्व माना गया है. ऐसे में देवस्थान विभाग मंत्री शकुंतला रावत की अगुवाई में रामेश्वर जी मंदिर में रुद्राभिषेक किया गया. इस दौरान रावत ने बताया कि आज सावन का पहला सोमवार है. इसे मद्देनजर रखते हुए यहां भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया गया. प्रदेश में सुख-शांति रहे, कोई अराजकता न फैले, 36 बिरादरी में सद्भाव-प्यार रहे, कोई महामारी न आए, इस उद्देश्य से देवस्थान विभाग की ओर से आयोजन किया गया है. इसके बाद 17 जुलाई को प्रतापेश्वर मंदिर में इसी तरह का आयोजन किया जाएगा.

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593 मंदिरों के लिए 593 लाख स्वीकृत : उन्होंने बताया कि सावन के महीने में भगवान शिव की सहस्त्रधारा अभिषेक का अलग महत्व है. इसका बखान ग्रंथों और वेदों में भी किया गया है. सॉफ्ट हिंदुत्व के विपक्ष के बयान पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी के पास कुछ बोलने के लिए बचा नहीं है. भगवान राम, कृष्ण, शिव, हनुमान को आज से नहीं, प्राचीन काल से ही पूजा जा रहा है. ये भारत और राजस्थान की पवित्र भूमि है, जो बीजेपी कांग्रेस में बंटा हुआ नहीं है. भगवान सबके हैं. कांग्रेस पार्टी हर प्राणी में ईश्वर को देखती है और इसी को ध्यान में रखते हुए चिरंजीवी योजना, कामधेनु योजना, वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा, मंदिरों में कॉरिडोर निर्माण, देवस्थान विभाग के 593 मंदिरों के लिए 593 लाख स्वीकृत करने जैसे कदम उठाए हैं.

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बीजेपी जाति और धर्म पर बांटना चाहती : उन्होंने कहा कि वो जिस दिन से मंत्री बनी हैं, तब से देवस्थान विभाग के कई कार्यक्रम हुए हैं. आगे रामायण के पाठ और अधिमास में भगवान विष्णु की पूजा की जाएगी. कांग्रेस में कई मंत्री-विधायक ऐसे हैं, जिनका वृहद आध्यात्मिक ज्ञान है, तो ये कांग्रेस पार्टी धर्मनिरपेक्ष भारत को दर्शाती है. इस दौरान मौजूद रहीं हेरिटेज नगर निगम की महापौर मुनेश गुर्जर ने कहा कि आमेर को छोटीकाशी कहा गया है, यहां प्राचीन काल के मंदिर में जलाभिषेक रखा गया है. ये एक अच्छी पहल है. कांग्रेस पार्टी ने मंदिरों में जीर्णोद्धार का काम किया है, धार्मिक आयोजन कराए हैं. बीजेपी के पास कुछ कहने को रहा नहीं है. बीजेपी गरीब को नहीं, अमीर को गणेश मानती है. बीजेपी जाति और धर्म पर बांटना चाहती हैं जबकि कांग्रेस लोगों को प्यार और मोहब्बत बांटना चाहती है.

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