सेंटर्स पर व्यवस्था को लेकर सतर्क सब, जरूरी नियमों को कराया जा रहा फॉलो जयपुर. परीक्षा न सिर्फ अभ्यर्थियों के लिए बल्कि सरकार के लिए भी बड़ी चुनौती है. लगातार विरोधियों के निशाने पर रही है सरकार. लाख सफाई देने के बाद भी लगातार हमले होते रहे हैं. इन सब बातों को मद्देनजर रखते हुए सुरक्षा व्यवस्था भी चौक चौबंद की गई है. खास बात ये है कि परीक्षा से ठीक एक 1 घंटे पहले अभ्यर्थियों की एंट्री बंद कर दी गई. अभ्यर्थियों के प्रवेश के बाद ही एग्जाम पेपर परीक्षा केंद्रों पर पहुंचाए गए. जयपुर संभाग में भी नेट बंदी के आदेश हैं. आज 25 फरवरी और कल 26 फरवरी को सुबह 6:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक इंटरनेट बंद रहेगा.
11 जिलों में लेवल-1 की को तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा में सुबह 9:30 बजे से 12:00 बजे तक पहली पारी में 92.63 फीसदी रही उपस्थिति. इसमें 2 लाख 12 हजार 342 परीक्षार्थी थे पंजीकृत. 1 लाख 96 हजार 696 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए. 15 हजार 646 परीक्षार्थियों ने परीक्षा नहीं दी. टोंक में सबसे ज्यादा 98.32 फीसदी रही जबकि जयपुर में सबसे कम 82.44 फीसदी ने परीक्षा दी.
RSMSSB चेयरमैन हरिप्रसाद शर्मा ने कहा कि जोधपुर में कुछ लोगों को पुलिस ने पकड़ा है. शुरुआती जांच में ये मामला ठगी का लग रहा है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. फिलहाल लीक जैसी कोई भी बात सामने नहीं आई है.
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जोधपुर में भी नेटबंदी-कोटा, बीकानेर, जयपुर और अलवर में नेटबंदी के आदेश दिए गए हैं. अलवर शहर समेत रामगढ़, किशनगढ़बास, मालाखेड़ा तहसील क्षेत्र में तत्काल प्रभाव से आज शाम 6:00 बजे तक इंटरनेट सेवा पर बैन रहेगा उसके बाद 26 फरवरी 2023 को भी सुबह 9:30 बजे से शाम 6:00 बजे तक नेट सेवा सुचारू नहीं रहेगी. संभागीय आयुक्त प्रकाश राजपुरोहित ने इससे संबंधित आदेश पारित किए हैं. वहीं जोधपुर में आज और कल 2 दिन तक नेटबंदी रहेगी.
नियमों की पालना के साथ हुई थी एंट्री- राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से आयोजित तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर राजधानी जयपुर में कुल 187 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. जिसमें त्रिस्तरीय जांच के बाद ही अभ्यर्थियों को परीक्षा कक्ष में बैठने की अनुमति दी गई. यहां मुख्य द्वार पर पुलिस प्रशासन, गेट से एंट्री होने के बाद थर्ड पार्टी की ओर से मेटल डिटेक्टर के जरिए अभ्यर्थी की जांच और वीक्षकों की ओर से एडमिट कार्ड, फोटो आईडी जांचने के बाद ही छात्रों को परीक्षा के लिए अनुमत किया गया. वहीं पूर्व में निर्धारित बोर्ड के निर्देशों के अनुसार परीक्षा केंद्र पर परीक्षा से 1 घंटे पहले मुख्य द्वार को बंद कर दिया गया. हालांकि अधिकतर परीक्षा केंद्रों पर अभ्यर्थी समय से पूर्व ही पहुंच गए.
जयपुर में एग्जाम सेंटर इंचार्ज हनुमान सिंह भाटी ने बताया कि परीक्षा में डमी कैंडिडेट की संभावना को ध्यान में रखते हुए वीक्षकों को एग्जाम से पहले अभ्यर्थियों के 7 डिजिट रोल नंबर पर विशेष ध्यान देते हुए, फोटो आईडी से जुड़ी जानकारियों को मौखिक पूछने के भी निर्देश दिए गए थे. उन्होंने बताया कि एग्जाम पेपर भी अभ्यर्थियों की एंट्री बंद होने के बाद ही केंद्र पर पहुंचे और परीक्षा शुरू होने से 15 मिनट पहले ही पेपर खोले. वहीं एग्जाम सेंटर पर किसी भी वीक्षक का मोबाइल फोन भी अनुमत नहीं किया गया.
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मोबाइल फोन पर भी था पूर्ण बैन- जो वीक्षक अपने साथ मोबाइल फोन लाए उन्हें बंद कराकर जमा किया गया. इसके अलावा परीक्षार्थियों को मोबाइल, केलकुलेटर और दूसरे इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स पर भी पूरी पाबंदी लगाई गई. इसके अलावा महिलाओं के आभूषण, बालों का बक्कल, यहां तक की सर्दी कम होने के चलते कोट, स्वेटर आदि भी खुलवाए गए. वहीं एक अन्य परीक्षा केंद्र इंचार्ज सुमन शर्मा ने बताया कि अभ्यर्थियों के साथ सिर्फ पारदर्शी बॉल पेन, फोटो युक्त पहचान पत्र, पासपोर्ट साइज फोटो और एडमिट कार्ड ही परीक्षा कक्ष में ले जाने की अनुमति दी गई है. परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा की दृष्टि से व्यवस्थाएं चाक-चौबंद करते हुए वीडियोग्राफी भी करवाई गई है.