जयपुर. प्रदेश कांग्रेस में पिछले लंबे समय से चल रही सियासी खींचतान को खत्म करने अब विधायकों की मन की बात टटोलेगी. कांग्रेस 17 और 18 अप्रैल को वन टू वन संवाद करने जा रही है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने शनिवार को ओबीसी कार्यालय उद्घाटन के दौरान मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस संवाद में सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं और संगठन के आगामी कामकाज को लेकर चर्चा होगी. दूसरी तरफ माना जा रहा है कि इस संवाद में पिछले दिनों पूर्व उप मुख्यमंत्री की ओर से किये गए अनशन के बाद उठ रही सियासी हलचल पर भी चर्चा हो सकती है.
दो दिन संवादः प्रदेश में विधानसभा चुनाव में अब 7 महीने से भी कम का वक्त बचा है. ऐसे में कांग्रेस अब अपने सभी मतभेदों को खत्म कर चुनाव की तैयारी कर रही है. आम जनता से जुड़ी राहत भरी घोषणाएं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने आखिरी बजट में की. इन विभिन्न घोषणाओं को धरातल पर उतारने की जिम्मेदारी विधायकों की ही नही, बल्कि कांग्रेस संगठन के जरिए भी आम जनता तक इन योजनाओं को लेकर पहुंचने की रणनीति पर काम कर रहा है. लेकिन पार्टी उससे पहले अपने विधायकों की मन की बात जानने की कोशिश करेगी. इस संवाद को सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं और संगठन के आगामी कामकाज की चर्चा का रूप दिया गया है, लेकिन सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि कुछ दिन पहले पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने पूर्ववर्ती सरकार की घोटाले की जांच की मांग को लेकर अनशन पर विधायकों की राय ली जाएगी.
संगठनात्मक होगी चर्चाःडोटासरा ने कहा कि जयपुर में 2 दिन विधायकों के साथ वन टू वन संवाद किया जाएगा. इसमें सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं और संगठन के आगामी कामकाज को लेकर चर्चा होगी. इस संवाद में प्रदेश प्रभारी सुखविंदर सिंह रंधावा, पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा और सीएम अशोक गहलोत शामिल रहेंगे. इसके बाद 19 अप्रैल को एक दिन के लिए पार्टी के नेताओं के साथ संवाद होगा. इस संवाद में जिला अध्यक्ष, प्रदेश कांग्रेस सदस्य, एआईसीसी के सदस्य, जिला और ब्लाक पदाधिकारी शामिल होंगे. डोटासरा ने कहा कि सरकार की जन कल्याणकारी योजनाएं उन्हें आम जन तक पहुंचाने के लिए और विधानसभा चुनाव में किस तरह से पार्टी आम जनता के बीच जाना है, उसको लेकर चर्चा होगी.