जयपुर.बीजेपी विधायक वासुदेव देवनानी ने गुरुवार को विधानसभा में प्रदेश के पेंशनर्स को चिकिस्सा सुविधाओं की समस्या का मामला उठाया. देवनानी ने कहा कि राजस्थान में करीब 8 लाख सरकारी कर्मचारी हैं, जिन्हें गंभीर बीमीरियों में मेडिकल सेवाओं का लाभ पूरी तरह नहीं मिल रहा है.
राजस्थान विधानसभा में देवनानी ने उठाया पेंशनर्स को दवाई नहीं मिलने का मामला, कही ये बात
भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी ने विधानसभा में पेंशनधारियों को सरकार द्वारा दी जाने फ्री मेडिकल सेवाओं को पूरी तरह ना मिलने का मामला आज सदन में उठाया. उन्होंने कहा कि राजस्थान में कई पेंशनर ऐसे हैं जो गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं, लेकिन उन्हें आवश्यक दवाईयों को लिए दर-दर भटकना पड़ता है.
सदन में बीजेपी विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा कि सरकारी कर्मचारियों को गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए सरकारी दुकानों पर आवश्यक दवाईयां उपलब्ध नहीं होती. बड़ी संख्या में पेंशनर जिनमें से अधिकतर बुजुर्ग पेंशनर्स को डायबिटीज, किडनी और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियां हैं. इन बीमारियों के इलाज के लिए आवश्यक दवाइयां बहुत महंगी है. इन पेंशनर्स को यह दवाई लेने के लिए सहकारी उपभोक्ता भंडार की दुकान पर जाकर लाइनों में खड़ा होना पड़ता है. वहां भी इन पेंशनर्स को आधी अधूरी दवाइयां ही मिल पाती है. जिसके बाद वहां से एनओसी लेकर मजबूरन निजी दुकानों से दवाई खरीदने पड़ती हैं.
उसके बाद ब्लॉक को भंडार पर जमा कराना पड़ता है. इसका भुगतान उन्हें महीनों बाद मिल पाता है. शून्यकाल में प्रस्ताव के जरिए इस मामले को उठाते हुए देवनानी ने कहा कि प्रतिमाह कई कर्मचारी सेवानिवृत्त हो रहे हैं. अकेले जयपुर में पेंशनर्स के 80 करोड़ के बिल होने के साथ ही प्रदेश के अन्य स्थानों पर भी लाखों करोड़ों रुपए की राशि के बिल अटके हुए हैं. ऐसे में सरकार को इस ओर ध्यान देना बेहद जरूरी है.