जयपुर. राजस्थान में सियासी घमासान के बीच गहलोत कैंप के विधायकों की ओर से लगातार सचिन पायलट और उनसे जुड़े विधायकों पर जुबानी (Murarilal Meena counter attack on Gehlot Camp) हमला किया जा रहा है. लेकिन बुधवार को पायलट कैंप से मंत्री बने मुरारी लाल मीणा सामने आए और उन्होंने ना केवल गहलोत कैंप के विधायकों पर आलाकमान के साथ गद्दारी करने के आरोप लगाए. बल्कि यहां तक कहा कि अगर आलाकमान यह सोचेगा कि 1 साल पहले चुनाव करवा देना चाहिए तो हम उसके लिए भी तैयार हैं.
उन्होंने कहा कि इससे यह साफ हो जाएगा कि कौन कितने पानी में है. मुरारी लाल मीणा ने कहा कि हमारे लिए जिस तरह से गद्दार और असंसदीय भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा है, उससे बुरी बात नहीं हो सकती. मुरारी मीणा ने (Muralilal Meena on MLAs resignation) कहा कि जब तक इनको मलाईदार पद मिलते रहे, तब तक ये आलाकमान की बात करते रहे. जैसे ही इनको झटका लगा तो वह अब ऐसी बातें करने लगे.
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उन्होंने परसादी लाल मीणा को लेकर भी कहा (Murarilal Meena counter attack on Parsadilal) कि अगर वह इतने ही आलाकमान की बात मानते हैं तो फिर 2008 में उन्होंने निर्दलीय के तौर पर चुनाव क्यों लड़ा?. मुरारी मीणा ने कहा हम 1 महीने तक दिल्ली में रहे, लेकिन हमने कांग्रेस आलाकमान के बारे में एक भी शब्द नहीं कहा. मुरारी लाल मीणा ने कहा कि हम घर बैठ सकते हैं, लेकिन भाजपा के साथ नहीं जा सकते. उन्होंने कहा कि हमें दुख है कि हमारे लिए गद्दार शब्द का इस्तेमाल किया जा रहा है, लेकिन अब बता दिया जाए कि आलाकमान से गद्दारी कौन कर रहा है?.