जयपुर. बीकानेर कलेक्टर को मीटिंग से बाहर निकालने के मामले में मंत्री रमेश मीणा के खिलाफ ऑल इंडिया सर्विस अधिकारियों की नाराजगी बढ़ती जा रही है. IAS एसोसिएशन की आपात साधारण सभा करने और निंदा प्रस्ताव पारित करने की मांग उठ रही है. इसे करीब 140 IAS ने दिया समर्थन दिया है. वहीं, अब आईएएस एसोसिएशन के साथ आईपीएस और आईएफएस एसोसिएशन भी आ गई है. तीनों एसोसिएशन ने मुख्य सचिव उषा शर्मा से मुलाकात कर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समक्ष पक्ष रखने की मांग की है.
140 आईएएस निंदा प्रस्ताव के समर्थन में- मंगलवार को देर शाम आईएएस एसोसिएशन की बैठक (IAS Association Meeting) हुई, जिसमें IPS और IFS एसोसिएशन ने भी इस घटना को गंभीर बताते हुए कार्रवाई की मांग को लेकर समर्थन दिया. बैठक में करीब 140 ऑल इंडिया सर्विसेज के अधिकारियों ने साधारण सभा की बैठक बुलाने और निंदा प्रस्ताव पारित करने की मांग की. मुख्य सचिव उषा शर्मा से एसोसिएशन की हुई मुलाकात में उन्होंने कहा कि मंत्री का यह व्यवहार अधिकारियों के मनोबल को गिराने वाला है. इसको लेकर अधिकारियों में नाराजगी बढ़ती जा रही है. एसोसिएशन ने गहलोत के प्रमुख सचिव कुलदीप रांका से भी मुलाकात कर इस प्रकरण में कार्रवाई की मांग की.
पढ़ें- गहलोत के मंत्री और ब्यूरोक्रेट्स में ठनी! खफा आईएएस एसोसिएशन ने दिया ज्ञापन
मंत्री की सफाई से नहीं बनी बात- मामला सुर्खियों में आने के बाद मंत्री रमेश मीणा ने सफाई दी थी. उन्होंने कहा था कि उनकी मनसा कलेक्टर की तोहीन करना नहीं था, बल्कि जिस संजीदा विषय पर वह महिलाओं से चर्चा कर रहे थे इस दौरान जब उनसे तीन से चार बार सवाल किए गए तब भी वह मोबाइल पर व्यस्त हैं. जनता के बीच में गलत संदेश नहीं जाए कि सरकार महिलाओं को लेकर गंभीर नहीं है, इसलिए उन्होंने कलेक्टर को ध्यान देने के लिए कहा था. रमेश मीणा ने अपने वीडियो के साथ छेड़छाड़ कर दुष्प्रचार का आरोप लगाया था.
ये है पूरा मामला- दरअसल, सोमवार सुबह बीकानेर के रविंद्र रंगमंच पर चल रहे कार्यक्रम के दौरान ग्रामीण एवं पंचायती राज मंत्री रमेश मीणा सरकार की योजनाओं के बारे में बोल रहे थे. इस दौरान मीणा ने पीछे मुड़कर देखा तो कलेक्टर मोबाइल फोन पर बात कर रहे थे. मीणा ने कहा कि हम सरकार की योजनाओं पर बात कर रहे हैं. आप हमारी बात क्यों नहीं सुन रहे हैं, क्या इस सरकार पर ब्यूरोक्रेट इतने हावी हो गए हैं. इस पर कलेक्टर उठकर जाने लगे. मंत्री ने भी कह दिया कि आप यहां से जाइए. इसके बाद कुछ अन्य लोगों ने कॉल किया और कलेक्टर को वापस बुलाया.