जयपुर. राजधानी जयपुर में बड़े निर्माण प्रोजेक्ट्स के काम आने वाले लोहे के सरिए की हेराफेरी करने वाली एक गैंग का पुलिस ने पर्दाफाश किया है. इस गैंग में राजस्थान के साथ ही उत्तर प्रदेश के शातिर बदमाश भी जुड़े हुए हैं. ये निर्माणाधीन साइट्स पर सरिया पहुंचाने वाले वाहनों को पहले अपने खुद के गोदामों तक ले जाते हैं, जहां ट्रकों से सरिए उतार लेते. इसके बाद इन ट्रकों को वहां भेजा जाता, जहां निर्माण चल रहा होता है. लेकिन निर्माण साइट्स पर जाने से पहले इन ट्रकों को धर्मकांटे से होकर गुजरना पड़ता है, जहां इनका वजन किया जाता है.
ऐसे में धर्मकांटे पर कलई खुलने की संभावना थी. इससे बचने के लिए इस गैंग से जुड़े बदमाशों ने धर्मकांटे को ही हैक कर लिया. अब धर्मकांटे पर जैसे ही सरिए से भरा ट्रक ले जाया जाता तो ये वहां लगी डिवाइस के जरिए दूर बैठे रिमोट से धर्मकांटे पर उतना ही वजन दिखाते, जितना चोरी से पहले था. इस तरह इस गैंग से जुड़े बदमाश एक बड़े निर्माण साइट पर काम पूरा होने तक करीब 2.50 से 3 करोड़ रुपये की चपत लगा देते हैं.
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इस तरह खुली शातिर गिरोह की पोल : जयपुर के बगरू थाना इलाके में मणिपाल विश्वविद्यालय में चल रहे निर्माण में भी इस गैंग से जुड़े बदमाशों ने सेंध लगा ली. वहां लगे धर्मकांटे में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस फिट कर उसे रिमोट से हैक कर लिया. इसके बाद इस साइट पर आने वाले सरिए के ट्रकों को मुहाना में बने अपने गोदाम में ले जाते और हर ट्रक से करीब 3 से 10 टन सरिया चोरी कर लेते, लेकिन इसकी भनक पुलिस मुख्यालय के सीआईडी सीबी के कांस्टेबल रविंद्र सिंह को इसकी जानकारी लगी. इसके बाद इस गैंग की परतें खुलती गई.