जयपुर. बिहार से बच्चों की तस्करी कर उन्हें जयपुर लाने और फिर जयपुर में उनसे चूड़ी बनवाने का काम कराने वाली एक गैंग के सरगना को आखिरकार राजधानी की मानव तस्करी विरोधी यूनिट ने गिरफ्तार करने में सफलता हासिल कर ली है. आरोपी बिहार से बच्चों को खरीदकर जयपुर लेकर आता था और फिर उन्हें बाल श्रम के लिए यहां नरक में धकेल देता था. पुलिस फिलहाल आरोपी से पूछताछ में जुटी है. पूछताछ में पुलिस को मानव तस्करी के एक बड़े नेटवर्क का खुलासा होने की संभावना है.
मानव तस्करी करने वाली गैंग का सरगना 'शहंशाह' गिरफ्तार, बड़े खुलासे की संभावना - पुलिस
राजधानी की मानव तस्करी विरोधी यूनिट ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए मानव तस्करी करने वाली एक गैंग के सरगना को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल कर ली है. पुलिस के अनुसार इस गिरोह का सरगना बिहार से बच्चों को खरीदकर जयपुर लेकर आता और फिर यहां उन्हें बाल श्रम के लिए धकेल देता था.
राजधानी की मानव तस्करी विरोधी यूनिट ने विष्णु उर्फ शहंशाह को गिरफ्तार किया है, जो कि बिहार से तस्करी कर बच्चों को जयपुर लाया करता. पूछताछ में आरोपी ने बताया है कि वह तीन हजार रुपए में बच्चों को बिहार से जयपुर लाने का सौदा किया करता था और फिर बच्चों को ट्रेन में बिठाकर बिहार से जयपुर भेज देता था.
जयपुर में उसकी गैंग के अन्य सदस्य बच्चों को ट्रेन से अपने साथ ले जाते और फिर राजधानी के अलग-अलग इलाकों में उनसे बाल श्रम करवाया जाता. गत दिनों मानव तस्करी विरोधी यूनिट ने इस गैंग के दो बदमाशों को गिरफ्तार किया था और उनसे हुई पूछताछ के आधार पर ही गैंग के सरगना विष्णु को मानव तस्करी विरोधी यूनिट ने गिरफ्तार किया है.