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Life of Science Exhibition: चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा- 2024 तक शुरू हो जाएंगे राज्य के सभी मेडिकल कॉलेज

एसएमएस कॉलेज के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में मेडिकल कॉलेज में एग्जीबिशन का आयोजन किया गया है. इसका सोमवार को राज्य के चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने कहा 2024 तक सभी मेडिकल कॉलेज शुरू हो जाएंगे.

Health Minister Parsadi Lal Meena
Health Minister Parsadi Lal Meena

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Published : Feb 20, 2023, 8:54 PM IST

चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा

जयपुर.एसएमएस मेडिकल कॉलेज में आयोजित लाइफ ऑफ साइंस एग्जीबिशन का सोमवार को चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने उद्घाटन किया. इस मौके पर मीडियाकर्मियों से मुखातिब हुए मंत्री ने कहा कि आज हम गर्व से कह सकते हैं कि हमारा एसएमएस मेडिकल कॉलेज देश के टॉप इंस्टीट्यूट में आता है. साथ ही आज प्रदेश के हर जिले में मेडिकल कॉलेज हैं. उन्होंने कहा कि 2024 तक सभी मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई शुरू हो जाएगी. जिसके बाद प्रदेश में कभी भी डॉक्टर्स की कमी नहीं होगी.

चिकित्सा मंत्री ने कहा कि हमने स्वास्थ्य प्रणाली को इस तरह विकसित किया है, जिससे लोगों को सभी तरह की बीमारियों का इलाज मिल सके. वहीं, चिरंजीवी बीमा योजना भी 25 लाख रुपए तक कर दी गई है. ऐसे में अब राजस्थान ही नहीं, बल्कि प्रदेश के बाहर भी इलाज कराया जा सकेगा. मंत्री ने कहा कि अब प्रदेश के हर जिले में मेडिकल कॉलेज होने जा रहे हैं. जिसके बाद प्रदेश में चिकित्सकों की कमी नहीं रहेगी और प्रदेशवासियों को बेहतर इलाज मिल सकेगा.

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असल में सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में मेडिकल कॉलेज में एग्जीबिशन का आयोजन किया जा रहा है. इस एग्जीबिशन में सभी 44 विभागों ने स्टॉल लगाई है. इस दौरान कार्डियोलॉजी विभाग ने लोगों को प्रजेंटेशन में बताया कि हार्ट में ब्लॉकेज होने पर किस तरह स्टेंट डाला जाता है. वहीं, बॉडी डोनेशन, मनोचिकित्सा विभाग ने आईक्यू व व्यक्तित्व की जांच और तनाव प्रबंधन, बायो फीडबैक के बारे में भी सिखाया.

एग्जीबिशन की संयोजक डॉ. मोनिका जैन ने बताया कि फार्माकॉलोजी विभाग विभिन्न दवाइयों को काम में लेने, रखने और उनके दुष्प्रभाव से जुड़ी जानकारी मॉडल पोस्टर व विभिन्न खेलों के माध्यम से साझा किया. इधर, माइक्रोबायोलॉजी विभाग की ओर से शरीर में होने वाले संक्रमण में सूक्ष्म जीवाणु जैसे वायरस आदि की जांच कैसे की जाती है और उनसे बचाव के उपाय को दर्शाया. पिछली करोना महामारी में पीसीआर और जीन सीक्वेंसिंग के माध्यम से करोना वायरस की भयावता व दुष्प्रभाव से कैसे बचा जा सकता है, इसकी भी जानकारी दी गई. डॉ. धीरज सक्सेना ने बताया कि इस दौरान एग्जीबिशन में नर कंकाल और अन्य अंगों को भी प्रदर्शित कर मानव संरचना के बारे में बताया गया.

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