जयपुर. प्रदेश के दिग्गज राजनेताओं में शुमार नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया शुक्रवार को शब्दों की मर्यादा ही भूल गए. मौका था नागरिकता संशोधन एक्ट के समर्थन में हुए भाजपा के विरोध प्रदर्शन और सभा का. जहां कटारिया ने सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री गहलोत का अपने निशाने पर लिया.
नेता प्रतिपक्ष भूले शब्दों की मर्यादा इस दौरान जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल कटारिया ने मुख्यमंत्री के लिए किया उसे उसे सुनकर हर कोई हैरान था. बीजेपी के वरिष्ठ नेता कटारिया ने जब बोलना शुरू किया तो उन्होंने मुख्यमंत्री के लिए तू तकारे और औकात जैसे शब्दों का प्रयोग कर मर्यादाओं को तार-तार कर डाला.
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सभा को संबोधित करते हुए कटारिया ने देश के विभाजन के समय पाकिस्तान में हिंदुओं की 23% आबादी जो अब घटकर 2011 की जनगणना में मात्र 1% रह गई उसका भी जिक्र किया. साथ ही बांग्लादेश और अफगानिस्तान में रह रहे हिंदू और सिख परिवारों की दुर्दशा को भी बयां किया.
इस दौरान उन्होंने मोदी सरकार के नागरिकता संशोधन एक्ट के निर्णय को ऐतिहासिक करार देते हुए सभा में मौजूद तमाम कार्यकर्ताओं को इसे आम जनता तक ले जाने की अपील भी की. लेकिन जिन शब्दों का इस्तेमाल कटारिया ने किया उसकी चर्चा पार्टी के प्रबुद्ध पदाधिकारियों के बीच बनी रही.