जयपुर.ग्रेटर नगर निगम में महापौर उपचुनाव (Greater Nigam mayor by election) का कार्यक्रम घोषित होने के बाद कांग्रेस और बीजेपी दोनों राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है. जहां एक और बीजेपी ने गुरुवार को बीजेपी पार्षदों की मुख्यालय पर मीटिंग कॉल की है. मीटिंग के बाद पार्षदों की बाड़ाबंदी भी संभव है. वहीं बुधवार रात कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कांग्रेसी पार्षदों की क्लास ली. साथ ही विष्णु लाटा प्रकरण को दोहराने की बात कहते हुए कहा कि नगर निगम में दल-बदल कानून लागू नहीं (Pratap Singh on defection law) होता.
ग्रेटर निगम के मेयर पद पर उप चुनाव में भले ही कांग्रेस के पास खोने के लिए कुछ नहीं है और संख्या बल में बीजेपी से बहुत कम हों, लेकिन वो आसानी से बीजेपी को ये सीट देने के मूड में नहीं दिख रही. कांग्रेस ने इस चुनाव में दो प्लान पर काम करने की तैयारी कर ली है. इसमें पहला खुद का उम्मीदवार उतारकर बीजेपी के पार्षदों से क्रॉस वोट लेकर सपोर्ट लेना या दूसरा बीजेपी के ही किसी पार्षद को समर्थन देकर उसे मेयर बनाना है. इस बात के संकेत बुधवार रात कांग्रेस सरकार में कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने दिए.