जयपुर. प्रदेश की गहलोत सरकार ने वीर जवानों के लिए एक अनोखी पहल की है. दरअसल, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को मिले स्मृति चिन्ह और उपहारों की रविवार नीलामी गई. नीलामी से मिली राशि मुख्यमंत्री सहायता कोष में जमा कराई जाएगी. जिस राशि से शहीद हुए वीर जवानों के परिवार को सहायता की जाएगी.
बता दें, महावीर पब्लिक स्कूल में शहीद हुए जवानों की सहायता के लिए हुए वीरांजलि कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को मिले स्मृति चिन्ह और उपहारों की नीलामी की गई. नीलामी से मिली राशि मुख्यमंत्री सहायता कोष में जमा कराई जाएगी. इस नीलामी में 400 से ज्यादा स्मृति चिन्ह और उपहार रखे गए थे. खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी नीलामी में रखे और उपहारों को देखा. कार्यक्रम में कई लोगों ने मुख्यमंत्री सहायता कोष के लिए नकद राशि भी प्रदान की. इस कार्यक्रम में मुख्य सचेतक महेश जोशी, परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, विधायक रफीक खान, अमीन कागज़ी और राजीव अरोड़ा भी मौजूद थे.
दरअसल, भारत सेवा संस्थान की ओर से यह वीरांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया था. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पहुंचने से पहले ही कई स्मृति चिन्ह और उपहार बुक हो चुके थे. कार्यक्रम के संयोजक राजीव अरोड़ा ने कहा इस कार्यक्रम के जरिए करीब 1 करोड़ रुपए जमा होने की संभावना है और इस कार्यक्रम में 400 से ज्यादा स्मृति चिन्ह और उपहार रखे गए थे. उन्होंने कहा एक कारगिल और सुनामी के समय भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तरफ से स्मृति चिन्हों की नीलामी की गई थी. शहीदों के परिवारों को पांच प्लेट भी दिए गए हैं जिनकी कीमत एक एक करोड़ रुपये है. यह फ्लैट 2BHK के हैं.
गहलोत सरकार ने निलाम किए स्मृति चिन्ह इस दौरान मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि भारत सेवा संस्थान ने देश के विषम परिस्थिति में हमेशा ऐसे आयोजन किये हैं. आज का कार्यक्रम शहीदों की याद में किया जा रहा है और जो रकम प्राप्त होगी वह मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा कराई जाएगी और जरूरत पड़ने पर शहीदों के परिजनों को दी जाएगी. ऐसे कार्यक्रम से अन्य लोग भी प्रेरित होते हैं. गहलोत ने कहा कि पूरा देश आतंकवाद से रक्षा करता है. राजस्थान इसमें सिरमोर है और हर जिले से कोई ना कोई शहीद हुआ है. उन्होंने कहा कि जब मैं शहीदों के अंतिम संस्कार में जाता हूं और उन शहीदों के माता-पिता दादा-दादी जिंदा होते हैं वह हमें कहते हैं कि हमने हमारा फर्ज अदा कर दिया अगर देश को जरूरत होगी तो हम दूसरे बेटे को भी भेजेगे. उन्होंने कहा कि राजस्थान के लोगों की पूरे देश में विशेष पहचान है. राजस्थान ने कई अद्भुत कार्य किए हैं. उन्होंने कहा कि राजस्थान की देश में पहचान अलग है यहां के लोग संघर्ष करते हैं.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि आतंकवाद के साथ नक्सलवाद भी कम नहीं है. कश्मीर में पाकिस्तान आतंकवाद फैला रहा है. कश्मीर में पाकिस्तान, अफगानिस्तान, इराक ईरान के आतंकवादी पकड़े जाते हैं और मारे जाते हैं. कश्मीर के लोग भी इसमें शामिल हो गए हैं. लेकिन, देश का एक भी मुसलमान वहां आतंकवाद के रूप में नहीं पकड़ा गया है. यह बड़ी बात है उन्होंने कहा कि देश में जाति और धर्म के लोग है लेकिन देश अखंड है.
संकट की घड़ी में राजनीतिक पार्टियों एकजुट हैं
अशोक गहलोत ने कहा कि इंदिरा गांधी और राजीव गांधी देश के लिए शहीद हो गए. इंदिरा गांधी ने खालिस्तान नहीं बनने दिया. उन्होंने कहा कि मेरी इंदिरा गांधी से बात हुई थी उनको लग गया था कि उनकी जान जा सकती है. उन्होंने कहा कि सभी जातियों धर्म के लोगों को मिलकर प्रगति और विकास के लिए काम करना चाहिए. उन्होंने कहा कि देश की आजादी की बाद जब जब संकट की घड़ी आयी है, तब तब राजनीतिक पार्टियां एकजुट रही हैं. आज भी पूरा देश सरकार के साथ खड़ा है और एकजुट है. गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी ने भी कहा है कि इस मामले में राजनीति नहीं होनी चाहिए.
शहीदों के लिए सरकार ने शानदार पैकेज दिया है
अशोक गहलोत ने कहा है कि राजस्थान सरकार ने शहीदों के परिजनों को शानदार पैकेज दिया है. सहायता राशि भी 25 लाख से बढ़ाकर 50 लाख कर दी है. उन्होंने कहा कि आज के कार्यक्रम में चेक देने के लिए लोगों में स्पर्धा थी. यह शहीदों को श्रद्धा सुमन है. शहीदों को सलाम है उन्होंने देश की सेवा में उन्होंने प्राण गवाएं.