जयपुर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विवादास्पद टिप्पणी करने के चलते कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा पर गिरफ्तारी की तलवार लटकी हुई है. पवन खेड़ा रायपुर अधिवेशन के बाद दिल्ली नहीं जाकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ सीधे जयपुर पहुंचे. यहां खेड़ा ने गहलोत से लंबी चर्चा की. संभव है कि वह मंगलवार को मीडिया से रूबरू भी होंगे. इधर चर्चा इस बात को लेकर भी है कि अब पवन खेड़ा अपने पैतृक प्रदेश राजस्थान को ही नया ठिकाना बना सकते हैं, क्योंकि पवन खेड़ा उदयपुर के निवासी हैं ऐसे में अब यह माना जा रहा है की पवन खेड़ा को नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया की उदयपुर सीट से कांग्रेस उम्मीदवार बना सकती है.
हालांकि गुलाबचंद कटारिया के राज्यपाल बनने के बाद खाली हुई इस सीट पर कम समय बचने के चलते उपचुनाव होंगे या नहीं यह अभी तय नहीं है. लेकिन मुख्य चुनाव में पवन खेड़ा कांग्रेस के उम्मीदवार बनाए जा सकते हैं. उदयपुर विधानसभा से वैसे भी बीते चार चुनाव से गुलाबचंद कटारिया विधायक बन रहे थे. उससे पहले भी 1998 का चुनाव छोड़ दिया जाए, तो ज्यादातर समय भाजपा का ही इस सीट पर कब्जा रहा है. कटारिया 1977 से लेकर अब तक जनता पार्टी और भाजपा से 6 बार उदयपुर विधानसभा से विधायक रहे हैं. क्योंकि यह सीट कांग्रेस की उन सीटों में शामिल है, जहां कांग्रेस लगातार चुनाव हार रही है.