जयपुर. पिछले दिनों ओलावृष्टि और बारिश से जिन किसानों की फसल को नुकसान हुआ था उनके लिए राहत भरी खबर है . 50 प्रतिशत से अधिक चमकहीन गेहूं की खरीद के लिए केंद्र सरकार ने दो जांच दल गठित कर दिए हैं. अब यह दोनों जांच दल प्रदेश के क्षेत्र का दौरा करेंगे.
राजस्थान में मौसम की मार झेलने वाले किसानों के लिए राहतभरी खबर दरअसल, पिछले दिनों ओलावृष्टि की वजह से फसलों को नुकसान हुआ था. जिसके चलते गेहूं की गुणवत्ता में कमी आई थी. इसको लेकर केंद्र सरकार ने दो जांचदल गठित किया है. यह दल किसानों के फसलों की गुणवत्ता का आंकलन कोटा, बूंदी, बारां, हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर जिलों का दौरा करेगा. जिसके बाद अपनी जांच रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौंपेगा.
इसके बाद ही दोनों दल अपनी रिपोर्ट केंद्र सरकार को देंगे. उम्मीद की जा रही है कि जिन किसानों गेहूं की फसल की चमक 50 फीसदी से अधिक खत्म हो गई है. उन्हें भी केंद्र सरकार की तरफ से राहत मिल सकती है. जानकारी के अनुसार आई जी एम आर आई के सहायक निदेशक आरके सिंह और तकनीकी अधिकारी राकेश बराला का संयुक्त दल कोटा , बारा और बूंदी जिले का दौरा करेगा.
दिल्ली मुख्यालय की सहायक निदेशक ए एन पांडे और तकनीकी अधिकारी वीरेंद्र ए सी के नेतृत्व में दूसरा दल हनुमानगढ़ और श्री गंगानगर जिले की मंडियों और समर्थन मूल्य खरीद के लिए स्थापित केंद्रों पर दौरा कर गेहूं के नमूने को एकत्रित करेगा. दोनों दल आज रात तक प्रदेश पहुंच जाएंगे.
उपभोक्ता मामले खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय द्वारा गठित दोनों दल बेमौसम हुई बारिश से खराब गेहूं की चमक के संबंध में एकत्रित किए गए. नमूनों को भारतीय खाद्य निगम क्षेत्रीय प्रयोगशाला में जांच कर एक समेकित रिपोर्ट पेश करेंगे. इन दोनों दलों द्वारा गठन प्रदेश के किसानों अधिक से अधिक राहत प्रदान करने के लिए गेहूं खरीद के लिए निर्धारित किए गए मानकों में छूट देने के लिए किया गया है.
बता दें कि प्राकृतिक आपदा कारण राज्य सरकार के स्तर से केंद्र सरकार को मापदंडों में ढिलाई देने के लिए आग्रह किया गया था. इसी क्रम में बुधवार को 50 फेस प्रतिशत तक चमक हीन गेहूं खरीद की अनुमतिम प्रदान कर दी गई थी, लेकिन 90 प्रतिशत तक संगठन गेहूं की खरीद के लिए अनुमति के लिए केंद्र सरकार द्वारा इन दोनों दलों को गठन किया गया है. दोनों दलों की रिपोर्ट के बाद 90 प्रतिशत चमक गेहूं की खरीद की. अनुमति भारत सरकार से मिलने की पूरी संभावना है. बेमौसम बारिश से मुख्य रूप से हनुमानगढ़ श्रीगंगानगर कोटा बारा बूंदी जिले में गेहूं की फसल प्रभावित हुई थी.