जयपुर.निकाय चुनाव में भाजपा के खराब प्रदर्शन को लेकर पार्टी के ही वरिष्ठ नेता और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल के पार्टी विरोधी बयान पर बीजेपी नेताओं ने चुप्पी साध ली है. आरोप लगाने वाला पार्टी का दिग्गज नेता है लेकिन उसका जवाब देने के लिए प्रदेश भाजपा का कोई नेता मीडिया के सामने नहीं आ रहा.
कैलाश मेघवाल के बयान पर भाजपा नेताओं ने साधी चुप्पी बताया जा रहा है कि यह भाजपा नेता मेघवाल जैसे उम्र दराज और वरिष्ठ नेताओं के आरोप पर पलटवार कर उनका अपमान नहीं करना चाहते और ना ही इस पूरे मामले में किसी भी तरह का बयान या प्रतिक्रिया देकर इस मामले को हवा देने के मूड में है.
मीडिया के समक्ष चुप्पी लेकिन पार्टी के भीतर चर्चा जोरों पर
दरअसल, इस पूरे मामले में पार्टी की ओर से तय किया गया है कि मीडिया में कोई भी नेता प्रतिक्रिया ना दें. मीडिया के सामने भले ही प्रदेश भाजपा नेताओं ने चुप्पी साध रखी हो. लेकिन पार्टी के भीतर विधायक कैलाश मेघवाल के पार्टी विरोधी बयान को लेकर चर्चाओं का दौर तेज हो चुका है.
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पार्टी से जुड़े कई नेता मेघवाल के इस बयान को लेकर यह भी चर्चा कर रहे हैं कि मेघवाल ने सालों पहले पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर भी कई गंभीर आरोप लगाए थे. वहीं, अब संगठन को लेकर ही अनर्गल बोलने लगे हैं इस बारे में पार्टी को उनके खिलाफ एक्शन लेना चाहिए.
वहीं, पार्टी के कुछ नेता दबी जुबान में कैलाश मेघवाल के इस बयान को उनकी बढ़ती उम्र का नतीजा बता रहे हैं. हालांकि, इन सबके बीच कुछ पार्टी कार्यकर्ता और नेता ऐसे भी है जो कैलाश मेघवाल के इस बयान को अपने सियासी हितों के लिए भुनाना चाहते है.
ये कहा था कैलाश मेघवाल ने
भाजपा विधायक कैलाश मेघवाल ने बुधवार को भीलवाड़ा के शाहपुरा में पत्रकारों से बातचीत के दौरान निकाय चुनाव के परिणामों को लेकर अपनी ही पार्टी और नेतृत्व पर निशाना साधा था. मेघवाल ने कहा था जिस प्रकार से निकाय चुनाव के परिणाम आए हैं उससे लगता है कि भारतीय जनता पार्टी पराभव की तरफ जा रही है और पार्टी की प्रमाणिकता में छेद हो रहे हैं.
साथ ही उन्होंने कहा कि जो परिणाम आए हैं वह पार्टी के लिए चेतावनी भी है और ऐसे परिणाम क्यों आए, यह स्थिति क्यों रही, ये कार्यकर्ताओं के बीच स्पष्ट होना चाहिए. कैलाश मेघवाल ने कहा कि पार्टी नेतृत्व को इसकी जांच करवाना चाहिए.