भीलवाड़ा. भाजपा विधायक कैलाश मेघवाल एक दिवसीय दौरे पर शाहपुरा आए. जहां विधायक कैलाश मेघवाल ने विधानसभा के उपचुनाव और नगर निकाय चुनावों में भाजपा की स्थिति पर चिंता जताते हुए पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाए हैं.
उन्होंने हाल ही में राजस्थान में दो उपचुनाव और नगर निकाय चुनाव के बाद भारतीय जनता पार्टी की स्थिति कमजोर रहने पर कहा कि हमे चुनाव परिणाम के बाद आभास ही नहीं हुआ कि मतदाताओं ने जिस तरह का निर्णय दिया है. भारतीय जनता पार्टी पराभाव की ओर जा रही है, जिससे पार्टी की प्रमाणिकता में गड़बड़ लग रहा हैं. विधानसभा के दो उपचुनाव हुए, वहीं इसी उपचुनाव के बाद पराभाव शुरू हुआ.
इस निकाय चुनाव में जो स्थिति बनी है, वो बीजेपी के लिए बड़ी चिंतनीय विषय है और चेतावनी भी है. मैं यह चाहूंगा कि इस विषय पर गंभीरता से विचार किया जाए. नेतृत्व को इस बार लीपापोती किए बिना वास्तविक स्थिति कार्यकर्ताओं के सामने लानी चाहिए. आखिर में ऐसी स्थिति क्यों बन रही है.
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वहीं कांग्रेस में तेरा मेरा और भाजपा में भी तेरा मेरा के सवाल पर मेघवाल ने कहा कि चर्चा है कि तेरा मेरा भाजपा मैं भी होने लगा है. तेरा मेरा के आधार पर ही निर्णय लेने लगी है. इसका उदाहरण हाल ही में विधानसभा के मंडावा उपचुनाव में देखने को मिला. जहां एक दिन पहले एक कांग्रेसी को भारतीय जनता पार्टी का उम्मीदवार बनाया गया. यह किस रणनीति का भाग था. वह आज तक मेरे समझ में नहीं आया.
मंडावा में आज तक जितने वोटों से कांग्रेस नहीं जीती, उससे ज्यादा मतों से इस बार विजयी हुई. वहीं मेघवाल अपनी ही पार्टी पर सवाल उठाते हुए कहा कि उस पार्टी की स्थिति कमजोर रही. जिसका नेतृत्व देश में शासन कर रही है. देश में कई तरह के गुणात्मक परिवर्तन कर रही है. उस पार्टी के लिए इस तरह की स्थिति बनना चिंतनीय है और चिंता का विषय है बीजेपी के लिए यह चेतावनी है.
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अब देखना यह होगा कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा नेतृत्व परिवर्तन के बाद प्रदेश में उपचुनाव और निकाय चुनाव में कम बढ़त मिलने के बाद भाजपा के वरिष्ठ राजनेता ने जो बयान दिए है. उसके बाद केंद्रीय नेतृत्व कुछ परिवर्तन करता है या नहीं.