जयपुर.राजधानी के मानसरोवर थाना इलाके में 8 अक्टूबर को रिटायर्ड एडीजे राजेश नारायण शर्मा के मकान में हुई डकैती की वारदात (Robbery case in retired ADJ house) का पुलिस ने खुलासा किया है. पुलिस ने इस मामले में एक शातिर बदमाश को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त एक कार भी बरामद की है.
पुलिस ने जांच के दौरान 500 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों को खंगाला. आरोपी पूर्व में पीड़ित के घर की एक पुरानी गाड़ी खरीदने के बहाने रेकी कर चुका था. पुलिस कमिश्नर आनन्द श्रीवास्तव ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी वसीम अब्बास मुजफरनगर यूपी हाल हीरापथ मानसरोवर का रहने वाला है. आरोपी 7 अक्टूबर को हीरापथ मानसरोवर में रहने वाले रिटायर्ड न्यायिक अधिकारी राजेश नारायण शर्मा और उनके बेटे आदित्य को बंधक बनाकर लूटपाट करने में शामिल था. पुलिस ने वारदात के बाद आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला तो चार संदिग्ध लड़के वारदात से पहले रेकी करते हुए दिखाई दिए.
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वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी न्यू सांगानेर रोड की रेलिंग को फांद कर रोड की दूसरी तरफ जाते हुए (Main Accused arrested of Robbery case in Jaipur) नजर आए. वारदात को अंजाम देने वाले व्यक्तियों ने वारदात के समय काम में लिए गए वाहन को न्यू सांगानेर रोड की दूसरी तरफ खड़ा कर दिया. बदमाशों ने काले रंग की कार को काम में लिया था जिसके सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद पुलिस ने वसीम अब्बास को गिरफ्तार कर लिया.
पैसे की तंगी के चलते रची साजिश:डीसीपी साउथ योगेश गोयल ने बताया कि आरोपी वसीम से हुई पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है कि उसका भांजा बीमार रहता है. जिसका दो-तीन बार ऑपरेशन हो चुका है. इसकी वजह से पैसे की तंगी हो रही थी. आरोपी का डेंटिंग-पेटिंग का काम भी ज्यादा नहीं चल रहा था. इसके चलते वसीम ने अपने परिचित मुजफरनगर यूपी में रहने वाले जिया मेहन्दी से संपर्क किया. जिया ने वसीम को स्वयं का संपर्क यूपी के हार्डकोर बदमाश साजिद उर्फ पिस्टल से होना बताया. जो लूट व डकैती की वारदातों में मास्टर माइंड था. इसके बाद जिया ने वसीम का संपर्क साजिद से करवा दिया. साजिद और उसके साथियों को जयपुर बुलाकर 7 अक्टूबर को रेकी करवाई गई. वसीम ने साजिद और उसके साथियों को दूर से ही घटनास्थल दिखाया और स्वयं गाड़ी में बैठा रहा. वारदात के बाद साजिद और उसके साथियों को स्वयं की गाड़ी से अपने परिचित के मुहाना मंडी के पास कारखाने पर छोड़कर वापस अपने किराए के मकान पर आ गया.
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पैर में गोली लगने से हुआ था घायल:पुलिस ने बताया कि वारदात को अंजाम देने वाला आरोपी साजिद उर्फ पिस्टल के खिलाफ पूर्व में डकैती, लूट और आर्म्स एक्ट के 9 प्रकरण दर्ज हैं. आरोपी पूर्व में उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ मुठभेड़ में पैर में गोली लगने से घायल हो चुका है. फिलहाल पुलिस साजिद और उसके साथियों की तलाश में उत्तर प्रदेश में दबिश की कार्रवाई को अंजाम दे रही है.
आरोप तक ऐसे पहुंची पुलिस: वसीम ने यूपी से आए 4 बदमाशों को वारदात स्थल की रेकी भी करवाई. वारदात के वक्त बदमाश मकान भूल गए व रिटायर्ड कर्नल के मकान में घुसने की जगह रिटायर्ड एडीजे के मकान में घुस वारदात को अंजाम दिया. जिस कार से बदमाशों को रेकी करवाई गई वह कार पुलिस को एक पेट्रोल पंप पर सीसीटीवी फुटेज में दिखाई दी. इसके साथ ही आखिरी बार जिस लोकेशन पर कार देखी गई उसके आसपास के क्षेत्र में तलाश की गई. जिस पर कार एक गैराज में खड़ी पाई गई और तब जाकर पुलिस इस वारदात की प्लानिंग करने वाले शातिर वसीम तक पहुंच सकी. फिलहाल वारदात को अंजाम देने वाले बाकि बदमाश अभी फरार चल रहे हैं जिनकी तलाश में पुलिस टीम जुटी हुई है.