हनुमानगढ़. शहर के सेक्टर 12 में सड़क निर्माण और पानी निकासी की व्यवस्था सुचारू करने की मांग को लेकर मंगलवार से क्षेत्रवासी धरने पर बैठे हैं. सेक्टर 12 की हालात ये है कि कई माह से शहर के मुख्य मार्गों में बड़े-बड़े गड्ढे हो रहे हैं. वाहनों के साथ-साथ राहगीरों का पैदल चलना तक दुभर हो रहा है. सड़कों को मरम्मत के लिए सरकार ने बजट देने के लिए हाथ खड़े कर दिए हैं, जिसका खामियाजा आम जनता को उठाना पड़ रहा है.
बजट नहीं मिलने की आस के कारण सार्वजनिक निर्माण विभाग ने सड़कों पर पड़े गड्ढों में मलबा भर लीपापोती तो कर दी, लेकिन थोड़ी सी बरसात से ये मलबा गड्ढों से बाहर निकल सड़कों पर फैल गया. जिससे वाहन चालकों, राहगीरों और दुकानदारों तक की परेशानी और बढ़ गई.
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नगर परिषद की ओर से शहर में बरसाती पानी के लिए कोई निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं है, जिसके चलते सड़क पर पड़े गड्ढों में थोड़ी सी बरसात के बाद कई-कई दिन बरसाती पानी सूखता तक नहीं है. जिससे दुकानदारों के व्यापार पर भी असर पड़ता है.
संगरिया मार्ग पर दुकान संचालक जसविंद्र सिंह बताते है कि ये टूटी सड़कों और पानी ठहराव की समस्या आज की नहीं है, पिछले 2-3 सालों से यही हालात हैं. हालात इतने बदतर हैं कि आमजन को सड़क के लिए सड़क पर उतरना पड़ रहा है और शहर के गणमान्य नागरिकों की ओर से सड़कों के निर्माण की मांग को लेकर धरने-प्रदर्शन तक करने पड़ रहे हैं.
शहर के मुख्य मार्गों के हालात
हनुमानगढ़ जंक्शन के राजीव चौक से लेकर श्रीगंगानगर मार्ग स्थित मुख्य नहर तक सड़क जगह-जगह से बिखरी पड़ी है. यही हाल जंक्शन के भगत सिंह चौक से लेकर अबोहर मार्ग, अंबेडकर चौक से लेकर तिलक सर्किल तक का है. जंक्शन स्थित सूरतगढ़ मार्ग का मात्र 400 मीटर का दायरा पूरी तरह क्षतिग्रस्त है, लेकिन इनके सुधार और निर्माण के लिए जब हमने सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों से बात की तो उन्होंने ये कहकर पल्ला झाड़ लिया की बजट प्रस्ताव भेजे हुए हैं, जब सरकार पास करेगी तब ही सड़कों का निर्माण होगा.
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