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हनुमानगढ़ में क्षतिग्रस्त सड़कों को लेकर लोगों ने दिया धरना

हनुमानगढ़ में सड़क निर्माण और पानी निकासी की व्यवस्था सुचारू करने की मांग को लेकर क्षेत्रवासी मंगलवार से धरने पर बैठे हैं. क्षेत्रवासियों का कहना है कि शहर के मुख्य मार्गों में बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं, जिससे काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

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क्षेत्रवासियों का धरना

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Published : Jul 29, 2020, 6:23 PM IST

Updated : Jul 29, 2020, 6:37 PM IST

हनुमानगढ़. शहर के सेक्टर 12 में सड़क निर्माण और पानी निकासी की व्यवस्था सुचारू करने की मांग को लेकर मंगलवार से क्षेत्रवासी धरने पर बैठे हैं. सेक्टर 12 की हालात ये है कि कई माह से शहर के मुख्य मार्गों में बड़े-बड़े गड्ढे हो रहे हैं. वाहनों के साथ-साथ राहगीरों का पैदल चलना तक दुभर हो रहा है. सड़कों को मरम्मत के लिए सरकार ने बजट देने के लिए हाथ खड़े कर दिए हैं, जिसका खामियाजा आम जनता को उठाना पड़ रहा है.

सड़क के लिए सड़कों पर उतेरे क्षेत्रवासी

बजट नहीं मिलने की आस के कारण सार्वजनिक निर्माण विभाग ने सड़कों पर पड़े गड्ढों में मलबा भर लीपापोती तो कर दी, लेकिन थोड़ी सी बरसात से ये मलबा गड्ढों से बाहर निकल सड़कों पर फैल गया. जिससे वाहन चालकों, राहगीरों और दुकानदारों तक की परेशानी और बढ़ गई.

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नगर परिषद की ओर से शहर में बरसाती पानी के लिए कोई निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं है, जिसके चलते सड़क पर पड़े गड्ढों में थोड़ी सी बरसात के बाद कई-कई दिन बरसाती पानी सूखता तक नहीं है. जिससे दुकानदारों के व्यापार पर भी असर पड़ता है.

मुख्य मार्गों में है बड़े-बड़े गड्ढे

संगरिया मार्ग पर दुकान संचालक जसविंद्र सिंह बताते है कि ये टूटी सड़कों और पानी ठहराव की समस्या आज की नहीं है, पिछले 2-3 सालों से यही हालात हैं. हालात इतने बदतर हैं कि आमजन को सड़क के लिए सड़क पर उतरना पड़ रहा है और शहर के गणमान्य नागरिकों की ओर से सड़कों के निर्माण की मांग को लेकर धरने-प्रदर्शन तक करने पड़ रहे हैं.

आम आदमी का जीना दुश्वार

शहर के मुख्य मार्गों के हालात

हनुमानगढ़ जंक्शन के राजीव चौक से लेकर श्रीगंगानगर मार्ग स्थित मुख्य नहर तक सड़क जगह-जगह से बिखरी पड़ी है. यही हाल जंक्शन के भगत सिंह चौक से लेकर अबोहर मार्ग, अंबेडकर चौक से लेकर तिलक सर्किल तक का है. जंक्शन स्थित सूरतगढ़ मार्ग का मात्र 400 मीटर का दायरा पूरी तरह क्षतिग्रस्त है, लेकिन इनके सुधार और निर्माण के लिए जब हमने सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों से बात की तो उन्होंने ये कहकर पल्ला झाड़ लिया की बजट प्रस्ताव भेजे हुए हैं, जब सरकार पास करेगी तब ही सड़कों का निर्माण होगा.

पानी निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं है

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राजीव चौक से लेकर श्रीगंगानगर मार्ग स्थित मुख्य नहर तक...

बता दें कि हनुमानगढ़ जंक्शन के राजीव चौक से लेकर श्रीगंगानगर मार्ग स्थित मुख्य नहर तक सड़क का निर्माण के लिए स्टेट रोड फंड के तहत सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से पूर्ववर्ती भाजपा सरकार से 280 लाख बजट की स्वीकृति मांगी थी. जिसकी स्वीकृति भाजपा सरकार ने दे दी थी, लेकिन विधानसभा चुनावों के बाद सत्ता में आई कांग्रेस सरकार ने बजट अभाव बताते हुए एक बार के लिए नोन स्टाटर्ड सभी कार्यों पर रोक लगा दिया.

भगत सिंह चौक से अबोहर मार्ग तक...

भगत सिंह चौक से अबोहर मार्ग तक सड़क को ऊंचा उठाने के लिए सवा तीन करोड़ का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया था, लेकिन अभी तक इसकी स्वीकृति नहीं मिली है. इस सड़क को 'स्टेट हाईवे सात ए' कहा जाता है. फिलहाल निर्माण एजेंसी इसका टोल भी वसूल रही है, लेकिन पीपीपी मोड अनुबंध में सड़क को ऊंचा उठाने का प्रपोजल शामिल नहीं था. जिसका नतीजा ये की इस सड़क का कार्य अधरझूल में अटका पड़ा है.

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अंबेडकर चौक से तिलक सर्किल मार्ग तक...

अंबेडकर चौक से तिलक सर्किल मार्ग को डिस्ट्रिक मार्ग कहा जाता है. इसका प्रपोजल अभी विभाग की ओर से सरकार को भेजा ही नहीं गया है. सूरतगढ़ के 400 मीटर के क्षतिग्रस्त टुकड़े की करें तो इसके लिए पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा 1 वर्ष पूर्व सिर्फ 30 लाख का प्रस्ताव भेजा था. लेकिन राज्य सरकार के पास वो भी नहीं है.

पूर्व भाजपा सरकार में शुरू हुए बड़े प्रोजेक्ट्स को छोड़ भी दें तो मूलभूत जरूरत सड़क निर्माण तक के लिए कम पैसों तक के बजट सरकार उपलब्ध नहीं करवा पा रही है. ऐसे में मतदाता अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहा है. अब देखने वाली बात है कि कब तक सरकार फाइव स्टार होटलों से निकल कर हनुमानगढ़ पर मेहरबान होती है और आमजन को इस मुसीबत से राहत देती है.

Last Updated : Jul 29, 2020, 6:37 PM IST

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