हनुमानगढ़.घग्गर नदी पर बना कॉजवे डूब चुका है. इसके ऊपर से पानी बह रहा है. सबसे बड़ी समस्या पानी में आ रही केली की है, जिससे पानी का दबाव बढ़ रहा है. ऐसे में कभी भी बाढ़ का खतरा बन सकता है. ऐसे में 5 हजार क्यूसेक पानी घग्गर और 4 हजार क्यूसेक पानी घग्घर डायवर्सन में छोड़ा गया है. भद्रकाली मंदिर के पास बने कॉजवे पर आवाजाही बंद कर दी गई है. वह पूरी तरह से डूब गया है. आस पास के लोग अपने स्तर पर केली निकाल रहे हैं.
हनुमानगढ़ की घग्गर नदी में जलस्तर बढ़ने से मंड़रा रहा बाढ़ का खतरा - सिंचाई विभाग
हनुमानगढ़ की घग्गर नदी में बीते दो दिनों से लगातार पानी बढ़ रहा है. इस समय नदी में 9 हजार क्यूसेक पानी पहुंचा है. इसमें से पांच हजार क्यूसेक पानी घग्गर नदी में छोड़ा गया है. वहीं 4 हजार क्यूसेक घग्गर डायवर्सन में किया गया है.
वहीं लोगों का कहना है कि यहां पर प्रशासन बिल्कुल भी गंभीर नहीं है. इसके चलते जो कच्चे बंधे हैं वे कभी भी टूट सकते हैं. इसके लिए बंदोबस्त किया जाना चाहिए. लोग अपने स्तर पर बचाव कार्य कर रहे हैं. प्रशासन को चाहिए की स्थिति को संभाले. ऐसे में अगर थोड़ा सा भी पानी बढ़ता है तो बाढ़ का खतरा बन सकता है.
इस मामले में सिंचाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि वे लगातार क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं. केली निकालने के लिए मशीनें लगा रखी हैं. स्थिति अभी खतरे से बाहर है. इसलिए डरने की बात नहीं है. घग्गर नदी पर पूरी तरह से बंदोबस्त किए गए हैं. सिंचाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है. ऐसे में अगर पानी थोड़ा अधिक आता है तो घग्गर नदी पर स्थिति खराब हो सकती है. इसमें केली सबसे बड़ा कारण हो सकता है. केली लगातार पानी में आ रही है. लेकिन उसे निकालने के माकूल बंदोबस्त नहीं है.