डूंगरपुर. लॉडाउन की तारीख बढ़ने के साथ ही डूंगरपुर जिले में पड़ोसी राज्य गुजरात से लगती सीमाओं पर पुलिस का सिरदर्द बढ़ गया है. बॉर्डर के उस पार हाईवे पर शेल्टर होम में रखे गए मजदूरो में खलबली मची हुई है. कई दिनों से शेल्टर होम में दिन काट रहे मजदूर अपने घर पहुंचने के लिए एक बार फिर सड़कों पर आने को आतुर है, जिसके चलते डूंगरपुर पुलिस ने गुजरात से लगती सीमाओं पर सख्ती बढ़ा दी है.
बॉर्डर के उस पार शेल्टर होम में बंद हुए लोग पुलिस के लिए बना सिरदर्द एसपी जय यादव ने बताया कि लॉकडाउन बढ़ने की सूचना के बाद बॉर्डर पार से अभी इक्का-दुक्का लोग आने शुरू हो गए है, जिनकी संख्या बढ़ भी सकती है. ऐसे मे गुजरात और महाराष्ट्र से पलायन कर आ रहे मजदूरों को रोकना आवश्यक है. एसपी यादव ने बताया कि हाईवे और अन्य सड़कों पर पुलिस ने चौकसी बढ़ा दी है. वहीं गांवों के दुर्गम क्षेत्रों से पैदल आने वाले लोगों को रोकने के लिए ग्राम रक्षा दलों का गठन किया गया है.
एसपी ने बताया कि ग्राम रक्षा दल के सदस्य ऐसे लोगों का जिले में प्रवेश करने से रोकेंगे. साथ ही कोई स्थानीय व्यक्ति आ भी जाता है, तो उसे चिन्हित कर 14 दिन के लिए होम आइसोलेशन करने में प्रशासन की मदद करेंगे. गुजरात सीमा से राजस्थान की ओर लोगों का पलायन रोकने के लिए गुजरात के अरवल्ली और महिसागर जिलों के पुलिस अधिकारियों से भी चर्चा की गई है. एसपी यादव ने बताया कि बेवजह घूमने वाले लोगों के 1500 से अधिक वाहन जब्त किए गए हैं. साथ ही होम आइसोलेशन और लॉकडाउन का उल्लंघन करने के मामले में 6 और राशन वितरण में कालाबाजारी करने के मामले में 5 मुकदमे भी दर्ज किए गए हैं.
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जिला पुलिस अधीक्षक जय यादव जिले के आसपुर, साबला और निठाउवा थाना क्षेत्र का दौरा किया. इस दौरान एसपी जय यादव ने निठाउवा थाना क्षेत्र में डूंगरपुर- प्रतापगढ़, साबला थाना क्षेत्र में डूंगरपुर- बांसवाड़ा और आसपुर थाना क्षेत्र में उदयपुर-डूंगरपुर सीमा पर पुलिस नाकाबंदी का निरीक्षण किया. वहीं एसपी ने बेणेश्वर धाम सहित आदिवासी क्षेत्र के दर्जनों गांवों और ढाणियों का भी जायजा लिया. साथ ही एसपी जय यादव ने ड्यूटी पर तैनात पुलिस जवानों और पुलिस युवा मित्रों से रूबरू हुए और उनकी हौसला अफजाई की.