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जिला अस्पताल में मनाया गया अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस, कोविड महामारी के दौर में चिकित्सीय स्टाफ और नर्स का योगदान अहम - डीएम

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Published : May 12, 2021, 8:21 PM IST

धौलपुर में बुधवार को अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल की अध्यक्षता में मनाया गया. इस दौरान कलेक्टर ने कोरोना महामारी के दौरान अपनी सेवाएं देने वाले सभी कार्मिकों का हौसला बढ़ाया और उनकी ओर से कोविड काल में किए जाने वाले कार्य की सराहना की.

International Nurses Day , International Nurses Day 2021
धौलपुर जिला अस्पताल में मनाया गया अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस

धौलपुर.हर साल 12 मई को अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया जाता है. यह दिन हर साल फ्लोरेंस नाइटिंगेल के जन्मदिन की वर्षगांठ के तौर पर मनाया जाता है. फ्लोरेंस नाइटिंगेल को विश्व की पहली नर्स कहा जाता है. उन्होंने क्रीमियन युद्ध के दौरान लालटेन लेकर घायल ब्रिटिश सैनिकों की देखभाल की थी.

बुधवार को धौलपुर में जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल की अध्यक्षता में जिला अस्पताल में अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया गया. कोविड महामारी के दौरान चिकित्सीय स्टाफ और नर्स की ओर से बेहद अहम भूमिका निभाने के उपलक्ष्य में जिला कलेक्टर ने पुष्प वर्षा कर चिकित्साकर्मियों का हौसला बढ़ाया और उनकी ओर से कोविड काल में किए जाने वाले कार्य की सराहना की.

जिला कलेक्टर ने कहा कि नर्स एक मां, एक बहन के रूप में मरीजों की सेवा करती हैं. इस रिश्ते को बखूबी निभाने के कारण इन्हें सिस्टर का उपनाम दिया गया है. नर्स अपनी जान जोखिम में डालकर मरीजों का इलाज करती है. कोविड काल में वो अपने घरों से दूर, परिवार से दूर रहकर दिन और रात अपनी ड्यूटी पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ कर रही हैं. नर्सों को इस पेशे से जुड़ी खुशियों के साथ-साथ कई चुनौतियों का भी सामना करना पड़ता है.

उन्होंने चिकित्सकों के अहम रोल की भी प्रशंसा की और हौसला बढ़ाया साथ ही उन्होंने बधाई और शुभकामनाएं प्रेषित की. उन्होंने कहा कि मरीज की जिंदगी बचाने में जितना योगदान डॉक्टर्स का होता है, उतना ही एक नर्स का भी. नर्स अपनी परवाह किए बिना मरीज की तन-मन से सेवा कर उनकी जान बचाती है. अपने घर और परिवार से दूर रहकर मरीजों की दिन रात सेवा करती है. नर्सों के साहस और सराहनीय कार्य के लिए यह दिवस मनाया जाता है.

उन्होंने कहा कि 1965 में शुरुआत हुई थी. नर्सिंग के संस्थापक फ्लोरेंस नाइटिंगेल का जन्म 12 मई, 1820 को हुआ था. इस दिन उनको याद किया जाता है. सबसे पहले इस दिवस की शुरुआत साल 1965 में की गई थी. तब से लेकर आज तक यह दिवस इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ नर्सेज की ओर से अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के रूप में मनाया जाता है. अपने देश में इसकी शुरुआत 1973 में परिवार एवं कल्याण विभाग ने की थी. पुरस्कार से नर्सों की सराहनीय सेवा को मान्यता प्रदान किया जाता है.

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उन्होंने अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस 2021 की थीम- अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस 2021 की थीम नर्स ए वॉयस टू लीड -ए विजन फॉर फ्यूचर हेल्थकेयर रखी है. इस थीम के जरिए लोगों में नर्सों के प्रति सम्मान को बढ़ाने की कोशिश की जा रही है. इसका मतलब होता है कि भविष्य की स्वास्थ्य सेवा के लिए नर्स का नेतृत्व बहुत महत्वपूर्ण है. इस बार हम यह दिखाना चाहते हैं कि नर्सिंग भविष्य में कैसे दिखेगी और साथ ही साथ कैसे पेशे स्वास्थ्य सेवा के अगले चरण को बदल देगी.

उन्होंने कहा कि इस कोविड महामारी के दौरान चिकित्सीय स्टाफ ने अपना सब कुछ झोंका हुआ है. इनमें नर्स बेहद अहम भूमिका निभा रही हैं. नर्सों को इस पेशे से जुड़ी खुशियों के साथ-साथ कई चुनौतियों का भी सामना करना पड़ता है. पीएमओ डॉ. समरवीर सिकरवार ने अपने संबोधन में नर्सिंग स्टाफ की सराहना करते हुए बधाई शुभकामनाएं दी.

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