धौलपुर.हर साल 12 मई को अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया जाता है. यह दिन हर साल फ्लोरेंस नाइटिंगेल के जन्मदिन की वर्षगांठ के तौर पर मनाया जाता है. फ्लोरेंस नाइटिंगेल को विश्व की पहली नर्स कहा जाता है. उन्होंने क्रीमियन युद्ध के दौरान लालटेन लेकर घायल ब्रिटिश सैनिकों की देखभाल की थी.
बुधवार को धौलपुर में जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल की अध्यक्षता में जिला अस्पताल में अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया गया. कोविड महामारी के दौरान चिकित्सीय स्टाफ और नर्स की ओर से बेहद अहम भूमिका निभाने के उपलक्ष्य में जिला कलेक्टर ने पुष्प वर्षा कर चिकित्साकर्मियों का हौसला बढ़ाया और उनकी ओर से कोविड काल में किए जाने वाले कार्य की सराहना की.
जिला कलेक्टर ने कहा कि नर्स एक मां, एक बहन के रूप में मरीजों की सेवा करती हैं. इस रिश्ते को बखूबी निभाने के कारण इन्हें सिस्टर का उपनाम दिया गया है. नर्स अपनी जान जोखिम में डालकर मरीजों का इलाज करती है. कोविड काल में वो अपने घरों से दूर, परिवार से दूर रहकर दिन और रात अपनी ड्यूटी पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ कर रही हैं. नर्सों को इस पेशे से जुड़ी खुशियों के साथ-साथ कई चुनौतियों का भी सामना करना पड़ता है.
उन्होंने चिकित्सकों के अहम रोल की भी प्रशंसा की और हौसला बढ़ाया साथ ही उन्होंने बधाई और शुभकामनाएं प्रेषित की. उन्होंने कहा कि मरीज की जिंदगी बचाने में जितना योगदान डॉक्टर्स का होता है, उतना ही एक नर्स का भी. नर्स अपनी परवाह किए बिना मरीज की तन-मन से सेवा कर उनकी जान बचाती है. अपने घर और परिवार से दूर रहकर मरीजों की दिन रात सेवा करती है. नर्सों के साहस और सराहनीय कार्य के लिए यह दिवस मनाया जाता है.