दौसा.राजस्थान के चुनावी रण में भाजपा, कांग्रेस जैसी बड़ी पार्टियों के साथ कई छोटे दलों ने भी अपने प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतारे हैं. इस बार भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी की एंट्री ने दौसा जिले में सभी प्रत्याशियों के समीकरण बिगाड़ दिए हैं. इस दल का गठबंधन हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी के साथ है.
आजाद समाज पार्टी ने महुवा में मुकुल भड़ाना को चुनावी मैदान में उतारा है. ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने कहा कि देश की राजनीति में युवाओं को आगे आना चाहिए. जिससे देश का विकास हो सके. भाजपा और कांग्रेस में जले हुए कारतूस हैं. इस दौरान उन्होंने कहा कि महुवा विधानसभा में मैं गुर्जर समाज का इकलौता उम्मीदवार हूं. मुझे सर्व समाज के लोगों ने मुझे प्यार और आशीर्वाद दिया है. महुवा की जनता कांग्रेस और भाजपा के नेताओं से ऊब चुकी है. इसलिए यहां जनता नया विकल्प चाहती है. प्रत्याशी ओमप्रकाश हुड़ला को यहां की जनता 10 सालों से देख रही है. वहीं एक को पिछले लंबे समय से देख रहे हैं. इनमें कोई दम नहीं है. जनता को डर है, परिसीमन के बाद सीट रिजर्व हो जाएगी.
उन्होंने कहा कि यहां की जनता में 2026 में होने वाले परिसीमन के बाद विधानसभा सीट के रिजर्व होने के लेकर कहीं ना कहीं डर है. जनता चाहती है कि महुवा की सीट बची रहे. इसके लिए मैं पूरे तरीके से जी तोड़ मेहनत करूंगा. मैं चाहता हूं कि महुवा में सभी समाज के लोगों को चुनाव लड़ने का मौका मिले. कांग्रेस पार्टी ने सचिन पायलट को दबाने का काम किया. साथ ही उन्होंने कहा कि हमारे समाज को दबाने का काम कांग्रेस सरकार ने किया है. सचिन पायलेट समाज के बड़े नेता हैं. कांग्रेस ने उनको भी दबाने का काम किया है. कांग्रेस की इसी चाल में हमारे विधायक (ओमप्रकाश हुड़ला) ने भी तड़का लगाया था. भाजपा और कांग्रेस पार्टी को चुनाव के समय ही युवा याद आते हैं.