दौसा.कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे ऐसे में सभी लोग इस संकट से उबरने के लिए एक दूसरे की मदद के लिए हाथ बढ़ा रहे हैं. लेकिन इस संकट की घड़ी में दौसा में महिला पुलिसकर्मियों ने अलग ही मिसाल पेश की हैं. ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले सैकड़ों ऐसे परिवार है जो कि आर्थिक तंगी के चलते मास्क, सैनिटाइजर जैसी चीजें नहीं खरीद सकते, ऐसे में जिले की महिला पुलिसकर्मियों ने इन लोगों की मदद करते हुए ड्यूटी के साथ-साथ मास्क बनाने का काम भी शुरू किया हैं.
महिला पुलिसकर्मी बना रही मास्क जिले के बांदीकुई, कोलवा सहित कई थानों में कार्यरत यह महिला पुलिसकर्मी अपने घर परिवार और पुलिस की ड्यूटी के साथ-साथ कोरोना की इस जंग में शामिल होकर अपने ही पैसों से कपड़ा खरीद कर मास्क बनाकर लोगों को घर-घर जाकर बांट रही हैं.
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बांदीकुई थाने में तैनात हैड कांस्टेबल पवन ने बताया कि उन्हें ड्यूटी के दौरान जब ग्रामीण क्षेत्र में जाने पर इस बात का पता चला कि लोगों के पास मास्क नहीं है और महिलाएं खरीद भी नहीं पा रही. इसके बाद उन्होंने अपने थाने में सभी महिला पुलिसकर्मी साथियों और थानाधिकारी से चर्चा कर मास्क बनाने का फैसला लिया.
बता दें कि बांदीकुई और कोलवा थाने की दर्जनभर महिला पुलिसकर्मी मास्क बना रही है. इन्होंने पुलिस की ड्यूटी से थोड़ा समय निकालकर थाने में ही मास्क बनाना शुरू किया. वहीं पुलिसकर्मी उषा का कहना है कि हमने हजारों की तादाद में ग्रामीण क्षेत्र में वितरण कर दिए और 10 हजार मास्क बनाकर लोगों को बांटने का लक्ष्य लिया है. ऐसे में कोरोना वॉरियर्स बनी महिला पुलिसकर्मी अपने बच्चों परिवार और ड्यूटी के साथ तालमेल बिठाकर लोगों को कोरोना से बचने के लिए मास्क वितरित कर रही है.