दौसा. सीएम अशोक गहलोत ने प्रदेश में कर्ज में डूबे किसानों की जमीनों की नीलामी रोकने के निर्देश दिए हैं, लेकिन किसानों की जमीन नीलामी के मामले में सियासी उबाल अभी जारी है. इस मामले में किसान नेता राकेश टिकैत गुरुवार को दौसा में रहे. उन्होंने पीड़ित किसान की जमीन का अवलोकन किया.
वह रामगढ़ पचवारा में पीड़ित किसान परिवार के घर पहुंचे और आसपास के किसानों से बातचीत की. हालांकि इस दौरान पीड़ित किसान परिवार के सदस्य उन्हें नहीं मिले. उन्होंने कहा कि रामगढ़ पचवारा क्षेत्र की जमीन काफी उपजाऊ है और बेशकीमती है. यहां बैंक अधिकारियों, भू माफिया और प्रशासनिक अधिकारियों ने मिलकर किसानों की जमीन हथियाने का खेल खेला और बंद कमरे में नीलामी प्रक्रिया पूरी की.
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राकेश टिकैत ने कहा कि जब किसानों को उनकी उपज का उचित भाव मिलेगा तो किसानों पर कर्जा भी नहीं रहेगा और वे कर्ज को समय पर चुकाएंगे. ऐसे में केंद्र की सरकार को एमएसपी कानून लागू करना चाहिए. उधर, पीड़ित किसान परिवार को लेकर राज्यसभा सांसद डॉ किरोडी लाल मीणा जयपुर के सिविल लाइंस पहुंच गए थे जहां सांसद ने कर्जा माफी की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. उसके बाद में सांसद किरोड़ी लाल मीणा की सीएमओ में वार्ता भी हुई.
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आगामी दिनों में एमएसपी पर आंदोलन की रणनीति बनेगी
किसान के घर से जाने के बाद राकेश टिकैत रामगढ़ पचवारा एसडीएम कार्यालय के बाहर पहुंचे. उन्होंने किसानों को संबोधित भी किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रत्येक किसान को अपने हक और सम्मान के लिए लड़ना चाहिए और अपनी मांग उठानी चाहिए. उन्होंने कहा कि अवैध तरीके से जिन अधिकारियों ने नीलामी की है उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और आगामी दिनों में इस तरह किसी की जिंदगी की नीलामी नहीं हो.
इस दौरान किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि इन दिनों किसान छुट्टी पर हैं. ऐसे में आगामी दिनों में एमएसपी को लेकर आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी जिसमें किसान साथ आएं. उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि यदि किसी की जमीन नीलाम हो भी जाए तो उस पर कब्जा मत होने देना.